¨जदगियों पर ब्रेक लगा रहा निर्माणधीन फोरलेन
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : फोरलेन बनकर कब तैयार होगा और कब शुरू होगा यह बात अलग है। लेकिन अब यह निर
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : फोरलेन बनकर कब तैयार होगा और कब शुरू होगा यह बात अलग है। लेकिन अब यह निर्माणाधीन फोरलेन लोगों के लिए काल बन रहा है। इस निर्माणाधीन फोरलेन से जिले में करीब दस डेथ प्वाइंट बन गये हैं जहां अक्सर हादसे हो रहे हैं। करीब पांच दिन पहले भी रतिया बाइपास पर बस पलटने से एक की मौत और 50 लोग घायल हो गये। इसके बाद अधिकारियों ने सभी पुलों के पास खतरनाक ब्रेकर बनवा दिए। ब्रेकर का ही नतीजा था कि बृहस्पतिवार रात को ट्रक पलट गया। इस ट्रक में सवार चार लोग घायल हो गये। गनीमत यह रही कि सभी लोग सुरक्षित है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का जिक्र करें तो नेशनल हाइवे व फोरलेन पर ब्रेकर नहीं बना सकते। कुछ समय पूर्व ही सिरसा की कोर्ट ने भी आदेश दिया था कि नेशनल हाइवे पर बने ब्रेकर को हटा दे। लेकिन अधिकारियों को नियम पता होने के बावजूद इन फोरलेन पर ब्रेकर बना दिए हैं।
हिसार से डबवाली तक निर्माणाधीन फोरलेन पर दुर्घटना संभावित क्षेत्र बने गए हैं। जहां पर अब आए दिन हादसे हो रहे हैं, लेकिन संबंधित विभाग नए बने खतरनाक प्वांइट को ठीक नहीं करवा रहा। इससे वाहन चालकों को परेशानी होने के साथ अक्सर दुर्घटना का भय बना रहता है। पहले यह नेशनल हाइवे था तो अब फोरलेन बन गया। लेकिन शहर के अंदर भी सड़कें जगह-जगह टूटी पड़ी हुई हैं जिन्हें आज तक ठीक नहीं किया गया है। करीब एक महीने पहले हुडा ने हाइवे को तोड़कर सीवरेज की लाइन डाल दी। लेकिन आज तक इस टूटी सड़क को ठीक नहीं किया गया। स्थानीय अधिकारी अपने अंडर सड़क न आने का पल्ला झाड़ रहे तो लोग परेशान हैं।
--मामला दर्ज होने पर आनन-फानन में बनाए ब्रेकर
रतिया रोड पर निर्माण पुल के पास करीब पांच दिन पहले बस व गैस टैंकर के बीच टक्कर हो गई। इस टक्कर में एक व्यक्ति की मौत व करीब 50 लोग घायल हो गये थे। पुलिस ने खतरनाक निर्माण पुल के पास कोई सूचना पट्ट न होने पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। मामला दर्ज होने पर नियमों की अनदेखी कर हाइवे पर ही खतरनाक ब्रेकर बना दिए। फोरलेन पर हर दिन हजारों लोग गुजरते है। जिन लोगों को ब्रेकर का पता नहीं होता इससे हादसे हो रहे है।
गांव धांगड़ के पास निर्माणाधीन पुल के नीचे बनाए गये ब्रेकर से एक आलू से भरा ट्रक पलट गया। वही एक दिन पूर्व भी एक ट्राली भी क्षतिग्रस्त हो गई। ट्रक में सवार चार लोग घायल हो गये। हालांकि उन्हें मामूली चोट आई हैं। अगर कोई बड़ा हादसा हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता।
--ब्रेकरों पर नहीं की गई सफेदी
एनएचआई के अधिकारियों ने शहर के चारों तरफ बन रहे पुलों के नीचे खतरनाक ब्रेकर तो बना दिए लेकिन कोई सूचना पट्ट तक नहीं लगया। ब्रेकर के ऊपर सफेद पट्टी न होने के कारण दिन में भी ये ब्रेकर दिखाई नहीं दे रहे है। जिससे हादसा होने का डर हर समय बना रहता है। ब्रेकर इतने बड़े है ओवर लोडिड वाहन में इसके अंदर ही फस रहे हैं।
--30 से अधिक जानें जा चुकीं
तकरीबन दो साल से निर्माणाधीन इस फोरलेन को लोग मौत की सड़क कहने लगे हैं। जायज कारणों से ही। जगह-जगह डेथ प्वाइंट की चपेट में 30 से अधिक जानें जा चुकी हैं।
--इन जगहों पर हैं डेथ प्वाइंट
-गांव खाराखेड़ी के पास रॉयल इंटरनेशनल स्कूल।
-बड़ोपल में यू-टर्न खतरनाक मोड़।
-नहर के पुल पर जगह का अभाव।
-धांगड़ के पास पुल निर्माण में गड़बड़ी।
-धांगड़ भूना बाइपास पर बनाए खतरनाक ब्रेकर।
-सिरसा रोड पर ब्रेकर।
-भूना मोड़ पर रतिया रोड पर बनाये खतरनाक ब्रेकर।
-दरियापुर के पास खतरनाक मोड़
-शहर में भूना मोड़ पर टूटा पड़ा हाइवे।
-पॉलीक्लिनिक अस्पताल के मोड़ पर सड़क के बीच गड्ढे।
--चारों पुलों के पास ब्रेकर बना दिए हैं। लेकिन अभी तक इन ब्रेकरों पर सफेदी नहीं की है। जिस कारण ये खतरनाक बन गये है। एनएचआइ के अधिकारियों को कहा है कि जल्द ही इन पर सफेदी करवाए ताकि हादसा न हो। अगर एक दो दिन में नहीं करवाते हैं तो ट्रैफिक पुलिस अपना काम करेगी।
-हेतराम,एएसआइ ट्रैफिक पुलिस फतेहाबाद।
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कुछ समय पूर्व रतिया रोड के पुल के नीचे बस व टैंकर के बीच टक्कर हो गई थी। अब इन पुलों के नीचे ब्रेकर बना दिए हैं। एक दो दिन में इन ब्रेकरों पर सफेद पट्टी लगा दी जाएगी ताकि वाहन चालकों को दिखाई दे सके। ये ब्रेकर अस्थाई तौर पर बनाए गये हैं। जब फोरलेन बनकर तैयार हो जाएगा तो इन ब्रेकरों को हटा दिया जाएगा। यह केवल दुर्घटना रोकने के लिए बनाये गये हैं।
:: आरके राठी
एनएचएआई, संयोजक।