पिटाई के मामले के बाद पहली बार स्कूल पहुंची छात्राएं
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : करीब 20 दिन पहले गांव किरढ़ान के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में छ
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
करीब 20 दिन पहले गांव किरढ़ान के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में छात्राओं की पिटाई के बाद पहली बार स्कूल में पहुंची। इस दौरान प्राचार्या ने छात्राओं व अभिभावकों की बैठक ली। बैठक में कई बाते भी निकलकर आई। अभिभावकों ने बताया कि कुछ लोग राजनीति करके इस स्कूल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे है। वहीं छात्राओं ने भी अपने समस्या रखी। सोमवार को स्कूल की प्राचार्या ज्योति माचरा ने छात्राओं व अभिभावकों की बैठक ली। इस अवसर पर ज्योति माचरा ने कहा कि इस स्कूल का कार्यभार उन्हें दिया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ समय पूर्व छात्राओं के साथ जो हुआ वो गलत हुआ है। लेकिन आगे से ऐसा नहीं होगा। वहीं अभिभावकों से सीधे संवाद भी किए। अभिभावकों ने स्कूल की तरफ से शिकायत भी रखी।
-----------------
बैठक में राजनीति आई सामने
बैठक के दौरान छात्राओं के अभिभावकों ने कहा कि कुछ लोग राजनीति कर रहे है। यहीं कारण है कि इस स्कूल का बदनाम कर रहे है। अभिभावकों ने कहा कि पहले कुछ लोग थे जो छात्राओं के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते थे। इस कारण छात्राएं भी सहमी हुई थी। उन्होंने कहा कि वे स्कूल स्टाफ पर भरोसा करके ही अपनी लड़कियों को स्कूल में छोड़ रहे है। इसलिए स्टाफ सदस्यों की जिम्मेदारी बनती है कि वे छात्राओं की देखभाल करें।
-----------------
प्राचार्या ने कहा कि सबकी समस्या होगी दूर
प्राचार्या ज्योति माचरा ने कहा कि वह यह पहली बैठक है। हर समस्या का समाधान किया जाएगा। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि वार्डन द्वारा छात्राओं की पिटाई करने के बाद हटा दिया गया है। अब सभी छात्राओं निडर होकर पढ़ाई कर सकती है। उन्होंने छात्राओं से कहा कि वे भी अपनी बात रख सकती है। अगर किसी छात्रा को कोई समस्या है तो उसके सामने रख सकती है। छोटी से छोटी समस्या को दूर किया जाएगा।
--------------------
ये था मामला
ज्ञात रहे कि पिछले वर्ष 26 दिसंबर को इस स्कूल की वार्डन द्वारा छात्राओं की पिटाई करने का मामला सामने आया था। छात्राओं ने आरोप लगाया कि था वार्डन उनकी बिना किसी कारण पिटाई करती है। इसके बाद मामला शिक्षा विभाग के संज्ञान में आ गया। शिक्षा विभाग के संज्ञान में मामला आने के बाद उस समय मौजूद वार्डन को हटा दिया गया। इसके अलावा प्राचार्य से भी अतिरिक्त कार्यभार ले लिया गया। उसके बाद ज्योति माचरा को कार्यभार दिया गया।