अनमोल के परिजन मिलेंगे डीजीपी से
संवाद सूत्र, टोहाना: गांव पिरथला के अनमोल की फिरौती को लेकर की गई हत्या के मामले की सीबीआइ जांच के ल
संवाद सूत्र, टोहाना: गांव पिरथला के अनमोल की फिरौती को लेकर की गई हत्या के मामले की सीबीआइ जांच के लिए एक दल डीजीपी व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से मिलने के लिए चंडीगढ़ रवाना हुआ। गौरतलब है कि अनमोल हत्याकांड में पुलिस जांच में एक युवक का हाथ होने तथा पुलिस द्वारा अनमोल के बारे में दिये गए बयान को लेकर न केवल परिजनों बल्कि गांवों वासियों में भी रोष व्याप्त हैं। मंगलवार को इस मामले को लेकर एक बैठक आयोजित की गई। इसमें गांव के सरपंच प्रतिनिधि डॉ. दलबीर ¨सह सहित सात गांवों ठरवा, ठरवी, गाजूवाला, ललौदा, पारता, बोस्ती आदि के ग्रामीणों ने भाग लिया। इस बैठक में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये गए। वहीं इसमें अन्य दोषियों को बचाने तथा अनमोल के बारे में गलत टिप्पणी करने पर भी ऐतराज उठाया। बैठक के दौरान 21 सदस्यीय एक कमेटी का गठन किया गया। वहीं यह कमेटी चंडीगढ़ में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला व पुलिस के महानिदेशक से मिलकर मामले की सीबीआइ जांच की मांग करेगी।
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20 जुलाई को हुआ घटनाक्रम
20 जुलाई की शाम को अनमोल अपने घर से स्कूटी लेकर गांव के युवक गुरमीत के घर से पेन ड्राईव लाने की कह कर गया था। काफी देर तक वापस नहीं आया। रात को करीब 9 बजे उसके मोबाइल फोन से उसके पिता के फोन पर फोन आया कि आपके लड़के का अपहरण कर लिया है, 50 लाख रुपये का इंतजाम कर लेना। शुक्रवार को अनमोल का शव नहर में मिला। पुलिस जांच में पता चला कि अनमोल की हत्या उसके दोस्त गुरप्रीत ने की थी। अनमोल की प्ला¨नग थी कि वह कुछ समय के लिए गायब हो जाएगा। इसके बाद उसका दोस्त कर गुरप्रीत उसके पिता को फोन कर फिरौती मांगेगा। इस तरह रुपये लेकर नया मोबाइल खरीदना चाहता था। मगर गुरप्रीत का सपना था कि वह महंगी गाड़ी खरीदेगा। इसलिए उसके मन में लालच आ गया। उसने 20 जुलाई की शाम को नहर किनारे बुलाकर अनमोल की हत्या कर दी और उसके बाद उसके परिजनों 50 लाख रुपये फिरौती देने को कह दिया। फोन भी उसने अनमोल की सिम से ही किया था। जब उसने यह सिम अपने पिता के मोबाइल में डाला तो पुलिस को उसकी लोकेशन पता चल गई और पुलिस ने शुक्रवार रात को उसके घर पर ही दबिश देकर दबोच लिया।