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स्वाइन फ्लू से मौत मामले में गांव में पहुंचे अधिकारी

संवाद सूत्र, रतिया: गांव महमड़ा की महिला राजेन्द्र कौर की स्वाइन फ्लू से मौत हो जाने के बाद परिजनों द

By Edited By: Published: Sun, 07 Feb 2016 01:01 AM (IST)Updated: Sun, 07 Feb 2016 01:01 AM (IST)
स्वाइन फ्लू से मौत मामले में गांव में पहुंचे अधिकारी

संवाद सूत्र, रतिया: गांव महमड़ा की महिला राजेन्द्र कौर की स्वाइन फ्लू से मौत हो जाने के बाद परिजनों द्वारा स्वास्थ्य पर लापरवाही के लगाए गए आरोपों के पश्चात स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया। शुक्रवार देर सायं को ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मृतका के आवास पर पहुंच गई। विभाग ने परिवार के सदस्यों के समक्ष न केवल स्वाइन फ्लू के टेस्ट करवाने का आह्वान किया, बल्कि परिवार के सभी सदस्यों को टैमीफ्लू टेबलेट खाने का भी दी। मगर परिवार के सदस्यों ने स्वास्थ्य विभाग के आह्वान को ठुकरा दिया और अपने स्तर पर ही इलाज करवाने और टेस्ट करवाने की चेतावनी दे दी। परिवार के सदस्यों द्वारा टैस्ट न करवाने व टेबलेट न लेने के पश्चात स्वास्थ्य विभाग की टीम बैरंग लौट आई थी, लेकिन शनिवार सुबह ही स्वास्थ्य विभाग ने पुन: टीम को भेज कर पूरे गांव में ही घर-घर जाकर सर्वे शुरू करवा दिया। बताया जाता है कि गत दिवस गांव महमड़ा की महिला राजेन्द्र कौर की हिसार के निजी अस्पताल में मौत हो गई थी तो उस दौरान स्वास्थ्य विभाग ने उपरोक्त महिला की मौत के कारणों की पुष्टि अत्यधिक ब्लड शूगर होने के अलावा गुर्दे प्रभावित होना बताया था, लेकिन प्रसिद्ध लैब द्वारा लिए गए सैम्पलों में उपरोक्त महिला की मौत का कारण स्वाइन फ्लू बताया गया था। इस बात की पुष्टि बाद में सामान्य अस्पताल के मुख्य चिकित्सक विजय जैन ने करते हुए मृतका के पति रेशम ¨सह को अस्पताल में बुलाकर उसे अस्पताल के कर्मी के साथ ही स्वाइन फ्लू के टेस्ट के लिए फतेहाबाद के सिविल अस्पताल में रफेर किया था। बताया जाता है कि शुक्रवार को पूरा दिन बीत जाने के बावजूद भी फतेहाबाद के चिकित्सकों ने उपरोक्त पीड़ित रेशम ¨सह के स्वास्थ्य की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया और बिना टेस्ट किए ही उसे खांसी-जुकाम आदि की दवाई देकर वापस भेज दिया। टैस्ट न किए जाने को लेकर उपरोक्त परिवार के अलावा गांव के लोगों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को शिकायत करने की चेतावनी दे दी। परिवार के सदस्यों द्वारा उपरोक्त चेतावनी दिए जाने के पश्चात स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया, जिसके पश्चात मुख्य चिकित्सक ने देर सायं को ही महिला चिकित्सक डा. डोली व फार्मास्टि जनक राज के नेतृत्व में एक टीम को गांव महमड़ा में मृतका के आवास पर भेज दिया। बताया जाता है कि जब उपरोक्त टीम मृतका के आवास पर पहुंची तो परिवार के सदस्यों ने स्वास्थ्य विभाग के प्रति जमकर भड़ास निकाली और दो-टूक चेतावनी देते हुए कहा कि वह सरकारी स्तर पर किसी भी परिवार के सदस्य का टैस्ट नहीं करवाएंगे और न ही कोई सरकारी दवाई प्राप्त करेंगे, बल्कि अपने स्तर पर ही उपचार करवाएंगे।

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--क्या कहते हैं मुख्य चिकित्सक

इस संदर्भ में जब मुख्य चिकित्सक डा. विजय जैन से बात की तो उन्होंने बताया कि सायं मृतका राजेन्द्र कौर के आवास पर चिकित्सकों की टीम गई थी और इस दौरान परिवार के सदस्यों ने स्वाइन फ्लू के सैम्पल देने व टैमीफ्लू की टेबलेट लेने से मना कर दिया था। उन्होंने बताया कि आज सुबह ही डा. रविश गोदारा के नेतृत्व में गांव महमड़ा में टीमें भेजी गई हैं, जो घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं।


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