Move to Jagran APP

पहले मुआवजा दो फिर बनाओ फोरलेन

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद: गांव बड़ोपल व धांगड़ के अनेक किसानों ने उपायुक्त से मिलकर कहा है कि अगर उन्

By Edited By: Published: Wed, 25 Nov 2015 01:37 AM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2015 01:37 AM (IST)

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद: गांव बड़ोपल व धांगड़ के अनेक किसानों ने उपायुक्त से मिलकर कहा है कि अगर उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया तो वे फोरलेन का निर्माण नहीं होने देंगे। किसानों द्वारा चेतावनी देने के बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया है। पहले ही किसान बाईपास निर्माण को लेकर कम मुआवजा देने पर धरने पर बैठे है। मंगलवार को प्रशासन के आलाधिकारियों ने किसानों को धरने से उठाने की भी कोशिश की लेकिन किसान नहीं माने। उन्होंने कहा कि जब तक मुआवजा नहीं बढ़ाया जाता तब तक वे धरने से नहीं उठेंगे।

loksabha election banner

--किसानों ने रखी मांगें

किसान अशोक गोदारा, भूप¨सह, हनुमान, हरदेव, कृष्ण, छोटूराम, रामभक्त व खड़क ¨सह जागू ने बताया कि उनकी जमीन हिसार से डबवाली तक बनने वाले फोरलेन के लिए अधिग्रहण की गई है। अभी तक उनकी अधिग्रहण की गई जमीन का सिर्फ 30 प्रतिशत ही मुआवजा दिया गया है। प्रशासन ने दोबारा उनकी भूमि अधिग्रहण की है, लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी मुआवजा नहीं मिला है। ऐसे में उन्हें डर है कि प्रशासन कहीं उनका मुआवजा राशि कम न कर दें।

--किसान हुए लाल, प्रशासन हुआ बेहाल

किसानों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर सात दिन के अंदर उनकी जमीन का मुआवजा नहीं दिया गया तो फोरलेन का निर्माण रोक देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि वे बार बार प्रशासन से मिल रहे है। लेकिन समस्या का हल कुछ नहीं निकल रहा है। उधर बाइपास पर फोरलेन निर्माण के लिए अधिग्रहण की गई जमीन का कम मुआवजा देने पर किसान धरने पर बैठे हुए है। मंगलवार को नेशनल हाईवे ऑथोरिटी अधिकारी वीके जैन, एसडीएम संत लाल पचार, बीडीपीओ राजेश खोथ किसानों के पास पहुंचे। उन्होंने कहा कि वे धरना उठा लें इससे फोरलेन का निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है। लेकिन किसानों ने कहा कि जब तक मुआवजा राशि नहीं बढ़ाई जाएगी तब तक वे धरने पर बैठेंगे रहेंगे। इसके बाद वापस अधिकारी अपने कार्यालय में लौट आये।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.