भूकंप का खौफ बढ़ा रही जर्जर इमारतें
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : नेपाल में आए भूकंप की डरावनी तस्वीरों को पूरी दुनियां ने देखा है। उस भूक
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : नेपाल में आए भूकंप की डरावनी तस्वीरों को पूरी दुनियां ने देखा है। उस भूकंप खतरा भारत के भी कई हिस्सों में महसूस किया गया है। भूकंप के कारण ढही इमारतों का मलबा बयां करता है कि भूकंप का एक झटका बर्बादी की कहानी लिखने के लिए काफी है। खासकर उन क्षेत्रों में भूकंप का नाम भी डराता है, जहां पुरानी व जर्जर इमारतें हैं। फतेहाबाद भी ऐसा ही शहर है, जहां भूकंप के नाम से हर कोई भयभीत होता है। इसकी वजह ये है शहर भर में खड़ी पुरानी व जर्जर इमारतें। फतेहाबाद शहर में ऐसी दर्जनों पुरानी इमारतें हैं, जो भूकंप तो दूर तेज बारिश में भी ढह सकती हैं। शहर के तहसील चौक में यह खतरा सबसे ज्यादा महसूस किया जाता है, क्योंकि यहां प्राचीन इमारतें हैं। ये ऐसी इमारतें हैं, जिन्हें न तो हटाया जा रहा है और न ही दुरुस्त किया जा रहा है। यहां बस जैसे तैसे खड़ी हैं और जिस दिन ढहेंगी, उस दिन भारी नुकसान होगा। हर कोई ये सोचकर वक्त गुजार रहा है कि चलो जो होगा, देखा जाएगा। तहसील चौक में करीब एक दर्जन तो निजी मकान हैं, जो जर्जर हो चुके हैं और उनमें आबादी निवास करती है। हालांकि यहां पर पुरानी पुलिस लाइन भी खतरनाक स्थिति में थी, जिसे थोड़े ही दिन पहले हटा दिया गया है। तहसील चौक एक ऊंचे टिब्बे पर स्थिति रिहायशी इलाका है। यहां कई मकानों में तो पहले ही मरम्मत हो चुकी है। यदि भूकंप जैसी स्थिति उत्पन्न होती है तो मकान झटका सहने लायक नहीं हैं। इनके अलावा शहर के सौ से भी ज्यादा लोगों की निजी इमारते हैं। उन इमारतों की हालत खस्ता हो चुकी हैं। कई इमारत ऐसी हैं, जिनमें लोगों की रिहायश ही नहीं है। ऐसी इमारतें आस पड़ोस के लोगों के लिए खतरा बनकर खड़ी हैं।
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ये हो सकता है समाधान
भवन निर्माण करने वाले ठेकेदार बनारसी लाल कहते हैं कि यदि सरकारी इमारत जर्जर है तो उसे प्रशासन को तुरंत गिरा देना चाहिए। यदि किसी की निजी इमारत है तो आसपास के लोगों को सावधान रहना चाहिए। वहां बच्चों को न खेलने दें और आवागमन भी कम रखें। क्योंकि ऐसी इमारत कभी भी गिर सकती है। इसके अलावा जहां जमीन कमजोर है, वहां नई इमारत बनाते समय अच्छी निर्माण सामग्री का इस्तेमाल करें। दीवारों में मजबूत बीम डालना चाहिए। छतों पर वजन कम रखना चाहिए, जबकि सरिया व सीमेंट अच्छी गुणवत्ता का इस्तेमाल करें।
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स्थिति का जायजा लेंगे: ईओ
नप ईओ ओपी सिहाग ने कहा कि शहर में स्थिति का जायजा लिया जाएगा। यदि कहीं ऐसी समस्या या संकट है तो उस पर विचार किया जाएगा। पूरी कोशिश रहेगी कि ऐसे खतरे को कम किया जाए।