Move to Jagran APP

गेहूं की आवक तेज

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : मंडी प्रशासन की कमी का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। मंडी में गे

By Edited By: Published: Wed, 15 Apr 2015 09:27 PM (IST)Updated: Thu, 16 Apr 2015 04:44 AM (IST)

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : मंडी प्रशासन की कमी का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। मंडी में गेहूं की आवक तेज हो गई है लेकिन आढ़ती व मंडी प्रशासन अधिकारी गेहूं में नमी बताकर खरीदने से मना कर रहे हैं। जिलेभर की किसी भी मंडी में बोली शुरू नहीं हो पाई है। जबकि किसान अपनी फसल को जल्द बेचना चाह रहे हैं। पिछले साल एक अप्रैल से गेहूं की बोली शुरू हो जाती थी। लेकिन अबकी बार 15 दिन ज्यादा बीत जाने के बाद भी मंडी में गेहूं की बोली शुरू नहीं हुई है। ऐसे में हालात गंभीर हो सकते हैं यदि आवक इसी तरह रही तो मंडी परिसर में गेहूं रखने के लिए जगह कम पड़ जाएगी और बारिश का मौसम हुआ तो हालात खराब हो सकते हैं। अनाज ढकने के लिए मंडी प्रशासन की तैयारियां भी अधूरी हैं जबकि किसान मंडी में गेहूं लेकर आ रहे हैं। बोली न होने के कारण किसानों को मंडी में रात गुजारनी पड़ रही है। वहीं, कुछ किसान सब्जी मंडी में गेहूं डाल दी है। इस कारण सब्जी मंडी के व्यापारियों को भी दिक्कत हो रही है।

loksabha election banner

मंडी में खुले पड़े बिजली तार बन रहे परेशानी का कारण

अनाज मंडी में कई जगह खुले तार मजदूरों व किसानों के लिए परेशानी का कारण बने हुए है। लेकिन कमेटी की ओर से इन्हें ठीक नहीं करवाए जा रहे। मंडी में गेहूं की आवक के पूर्व कमेटी द्वारा मरम्मत का कार्य किया गया, लेकिन खुले पड़े तारों को ठीक नहीं किया गया। मंडी में लेबर का कार्य करने वाले आजाद ने बताया कि खुले तार के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन कमेटी इन ठीक नहीं करवा रही।

मंडी में गेहूं की रखवाली करना मुश्किल

गांव खुम्बर के अमरीक सिंह ने बताया कि मंडी में रात को गेहूं की रखवाली करना बड़ी मुश्किल का काम है। इसके साथ उमस व मच्छर से परेशानी होती है। अमरीक ने बताया कि गेहूं की फसल में बचत न बराबर होती हैं और इस बेचने में भी कई रातों की नींद खराब करनी पड़ती है। किसान ने दावा किया कि उनकी गेहूं नमी 10 प्रतिशत है। लेकिन फिर भी गेहूं की बोली नहीं हो रही है।

देर से खरीद शुरू होने से बिगड़ेगी व्यवस्था

किसानों ने गेहूं निकालना शुरू किए हुए एक सप्ताह के करीब हो गया। इसके साथ यदि मंडी में गेहूं की खरीद शुरू हो जाती तो किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती। देर से खरीदने के कारण मंडी में ढेरियों से अट जाएगी। इससे मंडी की व्यवस्था भी बिगड़ने का अंदेशा बन गया है।

गेहूं घरों में डालना मजबूरी

मंडी में गेहूं की खरीद शुरू न होने के कारण लोग अपने घरों में गेहूं डालने पर मजबूर है। गांव मताना के वजीर व भिरड़ाना के मनोज ने बताया कि उन्होंने गेहूं कम्बाइन से निकाल ली। वे गेहूं को बेचना जाते है, लेकिन मंडी में गेहूं न खरीदने के कारण उन्हें घर में मजबूरन रखना पड़ रहा है।

नमी के कारण नहीं हो रही खरीद : सेतिया

मार्केट कमेटी के सचिव विकास सेतिया ने बताया कि गेहूं में अभी नमी अधिक है। इस कारण कोई भी खरीद एजेंसियां गेहूं नहीं खरीद रही। नमी कम होने के कारण गेहूं की खरीद शुरू हो जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.