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प्रसव के दौरान 50 फीसद से ज्यादा मौतों का कारण अत्यधिक रक्तस्त्राव

अनिल बेताब, फरीदाबाद प्रसव के दौरान होने वाली मौत में 50 फीसद से ज्यादा मौत अत्यधिक रक्तस्त्राव से

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Feb 2017 01:02 AM (IST)Updated: Fri, 24 Feb 2017 01:02 AM (IST)
प्रसव के दौरान 50 फीसद से ज्यादा मौतों का कारण अत्यधिक रक्तस्त्राव
प्रसव के दौरान 50 फीसद से ज्यादा मौतों का कारण अत्यधिक रक्तस्त्राव

अनिल बेताब, फरीदाबाद

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प्रसव के दौरान होने वाली मौत में 50 फीसद से ज्यादा मौत अत्यधिक रक्तस्त्राव से होती हैं। गांवों में महिलाएं स्वास्थ्य के प्रति कम जागरूक हैं। कम अंतराल में बच्चों के जन्म होने तथा रक्त की कमी के कारण ग्रामीण महिलाओं की डिलीवरी जोखिमपूर्ण होती है। दिल्ली, एनसीआर से आईं महिला रोग विशेषज्ञों ने बृहस्पतिवार को एनआइटी तीन ईएसआइ मेडिकल कॉलेज में आयोजित संगोष्ठी में महिलाओं की रक्तस्त्राव संबंधी समस्या के समाधान पर चर्चा की। मेडिकल कॉलेज तथा महिला रोग विशेषज्ञों की संस्था फोगसी की ओर से संगोष्ठी का आयोजन किया गया था। मेडिकल कॉलेज, फरीदाबाद की विभागाध्यक्ष डॉ. उषा गुप्ता ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन और सरकार भी प्रसव के दौरान महिलाओं की मौत को लेकर ¨चतित हैं। ईएसआइ पखवाड़ा के शुभारंभ पर आयोजित कार्यक्रम में मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, दिल्ली की महिला रोग विभाग की प्रमुख डॉ. सुधा प्रसाद, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज की महिला रोग विभाग की प्रमुख डॉ.आभा ¨सह, इसी कॉलेज की सेवानिवृत्त डॉ.एसएस त्रिवेदी, जीटीबी अस्पताल की प्रो. गीता राधा कृष्णन, फोर्टिस एस्का‌र्ट्स अस्पताल की विभागाध्यक्ष डॉ.निशा कपूर, मेडिकल कॉलेज, फरीदाबाद की विभागाध्यक्ष डॉ. उषा गुप्ता तथा एसोसिएट प्रो.डॉ. रैना चावला मुख्य वक्ता रहे।

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बच्चे ज्यादा होना तथा बच्चों के जन्म के अंतर पर ध्यान न देने से महिलाओं में रक्त की कमी हो जाती है।

इसके चलते प्रसव के दौरान रक्तस्त्राव ज्यादा होता है। उच्च रक्तचाप भी एक बड़ी समस्या है।

-डॉ. निशा कपूर, विभागाध्यक्ष, फोर्टिस एस्का‌र्ट्स अस्पताल।

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गांवों में महिलाओं में जागरुकता की कमी है। गर्भावस्था शुरू होते ही अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र न आने के कारण महिलाओं को बाद में परेशानी का सामना करना पड़ता है। प्रसव के दौरान ज्यादा रक्तस्त्राव होना मौत का कारण बन रहा है।

-डॉ.रैना चावला, एसोसिएट प्रोफेसर, ईएसआइ मेडिकल कॉलेज।

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दाइयों से प्रसव कराना है जोखिमपूर्ण

शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा गांवों में ज्यादा महिलाएं दावाइयों से प्रसव कराती हैं। इस कारण कई बार डिलीवरी जोखिमपूर्ण होती है। स्थिति बिगड़ती है तो महिलाएं अस्पतालों की ओर रुख करती हैं।

-डॉ.एसएस त्रिवेदी, सेवानिवृत्त, विभागाध्यक्ष, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, दिल्ली।


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