एम्स के नए निदेशक बनने से फतेहपुर बिल्लौच अस्पताल का निर्माण शुरू होगा
-पंचायत ने अस्पताल निर्माण के लिए दी पांच एकड़ जमीन -एम्स ने पंचायती जमीन की कराई हुई है चारदीवा
-पंचायत ने अस्पताल निर्माण के लिए दी पांच एकड़ जमीन
-एम्स ने पंचायती जमीन की कराई हुई है चारदीवारी
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान (एम्स) नई दिल्ली के नए निदेशक डॉ. रणदीप ¨सह गुलेरिया के बनने से फतेहपुर बिल्लौच में अस्पताल निर्माण का कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद जगी है। यहां पर अस्पताल बनाने के लिए पंचायत ने पांच एकड़ जमीन दी हुई और एम्स ने इस की चारदीवारी कराई हुई है।
एम्स की ग्रामीण व्यापक स्वास्थ्य सेवा परियोजना के तहत बल्लभगढ़ में अस्पताल है। इस अस्पताल में दिल्ली एम्स से डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी भी प्रशिक्षण लेने के लिए रोजाना आते है। एम्स से आने वाले विद्यार्थी ग्रामीण क्षेत्र में छांयसा, दयालपुर में मरीजों को देखने के लिए जाते है। एम्स ने ग्रामीण क्षेत्र में अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए 2008 में गांव फतेहपुर बिल्लौच में अपना सेंटर बनाने के लिए पंचायत से जमीन देने का प्रस्ताव दिया था। पंचायत ने अपनी जमीन देने का प्रस्ताव अपने विभाग निदेशक से मंजूर कराकर एम्स को पांच एकड़ जमीन दे दी। अस्पताल के साथ-साथ डॉक्टरों के लिए आवास बनवाने के लिए भी जमीन दी गई। अब इस जमीन की एम्स ने चारदीवारी कराई हुई है। यहां पर एम्स ने अपने चौकीदार भी रखे हुए हैँ, लेकिन अभी तक अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। अब एम्स के निदेशक डॉ. एमसी मिश्रा सेवानिवृत्त हो चुके है और उनके स्थान नए निदेशक डॉ. रणदीप ¨सह गुलेरिया बनाए गए हैं। नए निदेशक के बनने से गांव की पंचायत को फतेहपुर बिल्लौच अस्पताल का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होने की उम्मीद है।
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हमने अपनी पंचायत की पांच एकड़ जमीन कई वर्ष पहले एम्स को दी थी। अभी तक यहां पर सिर्फ चारदीवारी की गई है। इस मामले में लगता है कि एम्स शायद भूल गया है कि फतेहपुर बिल्लौच में कोई अस्पताल भी बनाना है। अब नए निदेशक आए हैं तो शायद उन्हें इस परियोजना का ध्यान आ जाए। हम भी पत्र लिखकर उन्हें अस्पताल बनाने के बारे में ध्यान दिलाने का प्रयास करेंगे।-महेंद्र अग्रवाल, सरपंच, फतेहपुर बिल्लौच
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एम्स के नए निदेशक डॉ. रणदीप ¨सह गुलेरिया को एक महीने तक तो एम्स के डॉक्टरों, कर्मचारियों से परिचय और संपर्क स्थापित करने में लग जाएगा। उसके बाद हम उन्हें बल्लभगढ़ अस्पताल में बुलाएंगे। अस्पताल आने पर उन्हें फतेहपुर बिल्लौच अस्पताल निर्माण के बारे में भी कहा जाएगा।
-डॉ. शशिकांत, इंचार्ज, बल्लभगढ़ एम्स शाखा।