मीटर से छेड़छाड़ करने वालों पर विजिलेंस की नजर
अनिल बेताब, फरीदाबाद बिजली के मीटरों से छेड़छाड़ करने वालों की अब खैर नहीं, प्रदेश में बिजली मीटर
अनिल बेताब, फरीदाबाद
बिजली के मीटरों से छेड़छाड़ करने वालों की अब खैर नहीं, प्रदेश में बिजली मीटर से छेड़छाड़ करने वालों का ब्यौरा तैयार किया जा रहा। बिजली वितरण निगम की विजिलेंस टीम की नजर मीटर से छेड़छाड़ करने वाले उपभोक्ताओं और उनकी मदद कर रहे इलेक्ट्रिशियन पर है। सभी जिलों के बिजली निगम के अधिकारियों को पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर मीटर से छेड़छाड़ करने वाले गैंग के खिलाफ अभियान तेज करने के आदेश दिए गए हैं। फरीदाबाद, पलवल तथा गुरुग्राम में मीटर से छेड़छाड़ के मामलों को सामने आता देख हरियाणा बिजली वितरण निगम के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक शत्रुजीत कपूर की ओर से इस दिशा में सख्ती से कदम उठाने के आदेश दिए गए हैं। निगम चेयरमैन के अनुसार मीटरों से छेड़छाड़ करके कुछ उपभोक्ता निगम को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त डॉ. हनीफ कुरैशी से इस बारे विचार विमर्श किया है, जिससे पुलिस के साथ मिलकर मीटरों से छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ रात को भी अभियान तेज किया जाए। बिजली वितरण निगम (विजिलेंस) के कार्यकारी अभियंता टीसी कंसल कहते हैं कि बिजली का बिल कम आए, इसके लिए उपभोक्ता नए-नए फार्मूले अपना रहे हैं। मीटर तोड़ कर इसमें डिवाइस लगा दिया जाता है। दूसरा तरीका मीटर खोलकर सीटी (करंट ट्रांसफार्मर) की तार काट दी जाती है। तीसरा फार्मूला मीटर की डिसप्ले उड़ा दी जाती है। इससे बिजली तो खर्च होती है, लेकिन री¨डग कम आती है।
आमतौर पर यह खेल इलेक्ट्रीशियन या फिर टीवी, फ्रिज की मरम्मत करने वाले ही करते हैं। कंसल कहते हैं कि अब ऐसे लोगों का ब्यौरा तैयार किया जा रहा है, इससे पता चल सकेगा कि कोई उपभोक्ता एक बार पकड़ में आने के बाद कहीं दोबारा तो ऐसा खेल नहीं कर रहा है।
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मीटर छेड़छाड़ के 3 मामले
पिछले 3 महीने में एनआइटी डबुआ कालोनी तथा बस्सापाड़ा, ओल्ड फरीदाबाद में मीटर छेड़छाड़ के 2 मामले आए थे, ये मामले अदालत में चल रहे हैं। डबुआ कालोनी में बिजली निगम के ठेकेदार के दो कर्मचारियों ने मीटर में डिवाइस लगाई थी। ऐसे ही बस्सापाड़ा में बिजली निगम में अनुबंध के तहत सेवा दे रहे मीटर रीडर की मिलीभगत से मीटर से छेड़छाड़ की गई थी। दो महीने पहले पलवल में भी मीटर से छेड़छाड़ का एक मामला आया था। गुरुग्राम में हफ्ते में चार, पांच मामले ऐसे आते हैं।
सक्रिय हैं शातिर
बिजली का बिल कम करने को मीटर से छेड़छाड़ करने के लिए कुछ बिजली निगम के कर्मचारी और प्राइवेट इलेक्ट्रिशियन एकत्र होकर काम करने रहे हैं। उपभोक्ता अपने रुपये बचाने के लिए इनसे अपने मीटर में छेड़छाड़ करवाते हैं। निगम ने ऐसे लोगों को गैंग का नाम दिया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है।