Move to Jagran APP

बारिश से प्रभावित हुई शहर की रफ्तार

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: कई दिनों की भीषण गर्मी के बाद बुधवार रात से बृहस्पतिवार सुबह तक की बारिश

By Edited By: Published: Thu, 05 May 2016 08:06 PM (IST)Updated: Thu, 05 May 2016 08:06 PM (IST)
बारिश से प्रभावित हुई शहर की रफ्तार

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: कई दिनों की भीषण गर्मी के बाद बुधवार रात से बृहस्पतिवार सुबह तक की बारिश ने एक तरफ जहां लोगों को राहत दी, वहीं जगह-जगह जाम परेशानी का सबब भी बना। रात साढ़े तीन बजे से बारिश व ओले पड़ने शुरू हुए और आंधी चली तो बिजली निगम की ओर से बिजली आपूर्ति ठप कर दी गई थी। कई जगह पेड़ गिरने से बिजली के खंभे भी टूट गए। दिन भर बिजली कर्मचारी मरम्मत कार्य में जुटे रहे। इससे पानी की आपूर्ति पर असर पड़ा। रात भर चली बारिश के कारण सुबह बच्चों को स्कूल जाने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। राष्ट्रीय राजमार्ग जाम रहा तो विभिन्न क्षेत्रों में भी वाहन धीमी गति से चले। स्कूलों में आम दिनों की अपेक्षा बच्चों की उपस्थिति कम थी।

loksabha election banner

---

जगह-जगह जमा बारिश का पानी

एनआइटी फरीदाबाद, ओल्ड फरीदाबाद तथा बल्लभगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में पानी जमा हो गया था। एयर फोर्स रोड जवाहर कालोनी, डबुआ कालोनी में लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। बल्लभगढ़, मथुरा रोड, बाटा मोड़, अजरौंदा चौक, नीलम चौक पर दोपहर में जाम लगा। कई क्षेत्रों में टूटी सड़कें भी परेशानी का सबब बनी। लोगों को अपने बच्चों को स्कूल पहुंचाने में भी दिक्कतें उठानी पड़ीं। बारिश के कारण नीलम बाटा रोड स्थित अग्निशमन विभाग की जर्जर इमारत की हालत और बिगड़ गई है।

---

पेड़ गिरे, बिजली के खंभे टूटे

आंधी के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में बिजली की तारें टूट गईं थीं तो कई जगह पेड़ गिरने से बिजली के खंभे टूटे। इससे बिजली आपूर्ति बृहस्पतिवार दिन में भी प्रभावित रही। एनआइटी पांच, निगम मुख्यालय तथा नीलम बाटा रोड के आसपास कई जगह पेड़ टूटे। एनआइटी दो, पांच, सेक्टर-11,15, 15ए, सूर्या नगर तथा पल्ला क्षेत्र में दिन भर लोग बिजली कटौती से परेशान रहे। बिजली निगम के नियंत्रण कक्ष में भी उपभोक्ता दिन भर बिजली की शिकायत करते रहे।

---

गेहूं के 80 हजार कट्टे भीगे

बारिश के कारण बल्लभगढ़ अनाज मंडी में खुले आसमान के नीचे रखे गेहूं के करीब 80 हजार कट्टे भीग गए हैं। आढ़तियों का कहना है कि भीगने से करीब दस फीसद गेहूं का नुकसान हो सकता है। किसान विजय मांगर ने कहा है कि प्रशासन की ओर से बेहतर व्यवस्था न होने के कारण ही गेहूं भीगे हैं।

----

जलभराव की समस्या विकराल

सीवर-ड्रेनेज लाइन की सफाई के बावजूद बुधवार रात साढ़े तीन बजे हुई बारिश के बाद जो शहर का हाल हुआ है वह किसी से छुपा नहीं है। सेक्टर-12 के मार्ग से प्रतिदिन स्कूटी पर निकलने वाली सहायक प्रोफेसर बीना सेठी का कहना है कि निगम और हुडा प्रशासन शहर में जलभराव की समस्या अभी भी दूर नहीं कर पाया। बृहस्पतिवार सुबह भी सड़क पर इतना पानी था कि स्कूटी के पूरे टायर डूब गए थे। यदि यह बारिश सुबह या दिन में हुई होती तो निश्चित तौर पर लोगों को अपने घरों में ही कैद रहना पड़ता। जलभराव दुर्घटना का सबक बन सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.