फरीदाबाद में बनेंगे महंगी गाड़ियों के साइलेंसर!
फोटो एफआरडी-5 में है। कैप्शन : अमेरिकी कंपनी फिरोशिया के अधिकारियों के साथ विक्टोरा टूल्स के संस्
फोटो एफआरडी-5 में है।
कैप्शन : अमेरिकी कंपनी फिरोशिया के अधिकारियों के साथ विक्टोरा टूल्स के संस्थापक जीएस बांगा, प्रबंध निदेशक एसएस बांगा व अन्य।
लोगो-उद्योग
-बहुराष्ट्रीय कंपनी फिरोशिया की टीम ने विक्टोरा टूल्स का दौरा किया
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' के सपने को पूरा करने के लिए फरीदाबाद में तैयारी शुरू हो गई है। अब जल्द ही शहर में मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू जैसी महंगी गाड़ियों के साइलेंसर बनाकर एक्सपोर्ट किए जाएंगे।
आटो कंपोनेंट बनाने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनी फिरोशिया की एक टीम ने फरीदाबाद की प्रमुख कंपनी विक्टोरा टूल्स का दौरा किया। फिरोशिया वह कंपनी है, जो विक्टोरा टूल्स से साइलेंसर तैयार कराएगी और आगे मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू, जगुआर जैसी बड़ी कंपनियों को सप्लाई करेगी।
विक्टोरा टूल्स के प्रबंध निदेशक एसएस बांगा ने बताया कि फिरोशिया अमेरिका की ग्लोबल आटोमोटिव कंपनी है और लगभग 34 बड़े देशों में कारोबार करती है। कंपनी विश्व की लगभग सभी बड़ी आटोमोबाइल कंपनी को आटो पार्ट्स सप्लाई करती है। फिरोशिया पूरे विश्व में लगभग 35 फीसद कारों में साइलेंसर (मफलर) सप्लाई करने वाली कंपनी है।
पिछले दिनों वह (बांगा) आटोमोटिव कंपोनेंट मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन (एक्मा) के प्रतिनिधिमंडल के साथ जापान दौरे पर गए थे। वहां फिरोशिया के अधिकारियों से मुलाकात हुई थी और उन्होंने भारत से कारोबार की इच्छा जताई थी।
बांगा ने बताया कि जापान में हुई बातचीत के बाद अब फिरोशिया के 23 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने विक्टोरा टूल्स के फरीदाबाद स्थित यूनिटों का दौरा किया। कंपनी के डायरेक्टर (परचेज) डेक्सटर इ.के. सेंडी के नेतृत्व में आए प्रतिनिधियों ने विक्टोरा टूल्स के बारे में सारी जानकारी एकत्र की और कंपनी में काम करने का तरीका, माहौल आदि के बारे में बारीकी से निरीक्षण किया।
बांगा ने कहा कि उम्मीद है, जल्द ही उनकी कंपनी को फिरोशिया की ओर से आर्डर मिलेंगे और उनका एक्सपोर्ट और बढ़ेगा। बांगा के मुताबिक उनकी कंपनी ने पिछले साल 250 करोड़ रुपये से अधिक का एक्सपोर्ट किया है। विक्टोरा टूल्स द्वारा डोर चैनल्स, हैंगर्स, क्लच पार्ट्स, पेडल, सीट फ्रेम बनाए जाते हैं।