इंजीनियरों का निर्णय, हर जिले में दो घंटे देंगे धरना
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : बिजली मीटर पिलर बाक्स मामले में जिले के 57 अफसरों के खिलाफ एफआइआर दर्ज
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद :
बिजली मीटर पिलर बाक्स मामले में जिले के 57 अफसरों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के आदेश के खिलाफ चल रहा धरना आगे भी जारी रहेगा। हरियाणा इंजीनियर्स एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि अब हर जिले में 12 मार्च तक सुबह नौ से ग्यारह बजे तक धरना दिया जाएगा। इसके बाद भी अगर सरकार ने एफआइआर दर्ज करने के आदेश वापस नहीं लिए तो आंदोलन और तेज कर दिया जाएगा तथा आरपार की लड़ाई की जाएगी। हरियाणा इंजीनियर्स एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि 12 मार्च के बाद बिजली आपूर्ति भी प्रभावित होगी।
बिजली निगम कार्यालय में ग्यारह दिनों से चल रहे धरने पर हरियाणा पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन, एएचपीसी वर्कर्स यूनियन व एचएसईबी वर्कर्स यूनियन के अधिकारी व कर्मचारी बैठे हैं। शनिवार को हरियाणा इंजीनियर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष केडी बंसल ने भी धरने में शिरकत की। केडी बंसल ने बताया कि 12 मार्च तक अगर एफआइआर दर्ज करने के आदेश वापस नहीं लिए गए तो बिजली आपूर्ति पर भी असर पड़ सकता है।
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शिकायतों को नहीं लिया गंभीरता से
रविवार को कई क्षेत्रों में जब बिजली बंद हुई तो शिकायत केंद्रों में शिकायत आने पर गंभीरता से नहीं लिया गया। एनआइटी जवाहर कालोनी में दिन में कई बार बिजली के कट लगे, लेकिन व्यवस्था दुरुस्त होने में काफी समय लगा।
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यह है मामला
राज्य सरकार ने अप्रैल 2013 में लाइन लास कम करने तथा गांवों में 24 घंटे बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पिलर बाक्स स्कीम लागू करने का निर्णय लिया था। इस स्कीम के तहत सभी बिजली मीटरों को घरों के बाहर लोहे के बाक्स में स्थापित करना था। इसका मकसद बिजली चोरी रोकना भी था। इस स्कीम के तहत हर सब डिवीजन में कम से कम एक फीडर पर काम शुरू करा दिया गया। बाद में काम रुकवा दिया गया।
आरोप है कि नियमों को नजरअंदाज करके निजी कंपनी को भुगतान किया गया। जांच हुई तो बड़े अफसरों पर कार्रवाई के बजाय छोटे अफसरों को फंसाया जा रहा है।