सराय ख्वाजा पेज : केंद्रित सुरक्षा प्रणाली से सुरक्षित हुए सेक्टर
जागरण संवाददाता, सेक्टर-37 : सुरक्षा व्यवस्था के मामले में सेक्टर-37 आरडब्ल्यूए अन्य सेक्टरों के ल
जागरण संवाददाता, सेक्टर-37 :
सुरक्षा व्यवस्था के मामले में सेक्टर-37 आरडब्ल्यूए अन्य सेक्टरों के लिए मिसाल है। आरडब्ल्यूए ने यहां 'केंद्रित सुरक्षा प्रणाली' अपनाई है। आरडब्ल्यूए सेक्टर की सुरक्षा पर अपने फंड से हर माह करीब 30 हजार रुपये खर्च कर रही है। इससे दिन व रात के समय सेक्टर में अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगा है।
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क्या है केंद्रित सुरक्षा प्रणाली
आरडब्ल्यूए के वरिष्ठ पदाधिकारी हरीश चावला ने बताया कि केंद्रित सुरक्षा प्रणाली के तहत सेक्टर के सभी छह प्रमुख गेटों पर सुरक्षा जांच चौकी बनाकर सील किया गया है। इनमें से चार पर हर समय सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं। जांच पोस्ट काफी मजबूत बने हैं। सेक्टर के अंदर 15 बैरियर लगाए गए हैं। सेक्टर में किसी भी गाड़ी को बिना जांच के अंदर नहीं आने दिया जाता। अगर सुरक्षा गार्डो को कोई व्यक्ति या वाहन संदिग्ध लगता है तो फोन से एक दूसरे को सूचित कर देते हैं। संदिग्ध व्यक्ति तुरंत पकड़ में आ जाता है। आरडब्ल्यूए की योजना भविष्य में सभी गार्डो को वाकी टाकी देने की है।
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सीसीटीवी से की जाती है निगरानी
आरडब्ल्यूए की पूर्व प्रधान आशा शर्मा ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर सारे सेक्टर में सीसीटीवी लगाए गए हैं। इनमें 24 घंटे रिकार्डिग होती रहती है। एक माह तक की रिकार्डिग सुरक्षित रखने की सुविधा है। अगर कोई वारदात होती है तो कैमरे की मदद से अपराधी तक पहुंचना आसान होता है।
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अपने फंड से कर रहे हैं सुरक्षा
आरडब्ल्यूए पदाधिकारी आरएस मदान ने बताया कि सेक्टर में सुरक्षा व्यवस्था पर हर माह करीब 30 हजार रुपये खर्च किए जाते हैं। जो सुरक्षा गार्ड लगाए गए हैं, वह विशेष रूप से प्रशिक्षण लिए हुए हैं। यह प्रणाली आरडब्ल्यूए ने नवंबर 2013 में लागू की थी। तब से इसके काफी सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं। भविष्य में इसमें और अधिक सुधार किए जाएंगे।