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हादसे के बावजूद नहीं चेता प्रशासन

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : एनआइटी दशहरा मैदान में मंगलवार रात हुए हादसे के बाद भी जिला प्रशासन न

By Edited By: Published: Wed, 22 Oct 2014 07:22 PM (IST)Updated: Wed, 22 Oct 2014 07:22 PM (IST)

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद :

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एनआइटी दशहरा मैदान में मंगलवार रात हुए हादसे के बाद भी जिला प्रशासन नहीं चेता। हादसे के बाद भी शहर में अन्य स्थानों पर लगाए गए पटाखा बाजार में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। प्याली चौक पर तो प्रशासन ने सभी नियमों की अनदेखी कर सड़क पर ही बाजार लगवा दिया, जोकि रिहायशी क्षेत्र से सटा हुआ है।

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प्याली चौक पटाखा बाजार

एनआइटी-दो नंबर व डबुआ सब्जी मंडी के साथ सटी प्याली चौक पर प्रशासन ने सड़क पर ही पटाखा बाजार लगाने की इजाजत दे दी। एक ही सड़क पर आमने सामने 100 से अधिक दुकानें लगी हैं। भगवान न करें यदि यहां कोई हादसा हुआ तो लोगों को जान बचाकर भागने का मौका भी नहीं मिलेगा। पहले प्रशासन इन दुकानों को इजाजत नहीं दे रहा था, मगर राजनीतिक दबाव के चलते बुधवार दोपहर करीब 12 बजे उन्हें पटाखे लगाने की अनुमति दी गई। यहां सुरक्षा के नाम पर एक फायर ब्रिगेड खड़ी है, मगर उसमें एक चालक और एक अग्निशमन कर्मी है। मंगलवार के हादसे के बाद यहां पटाखा दुकानदारों से दुकानों के आगे पानी और रेत की बाल्टी रखवाई गई है। मगर वह भी केवल खानापूर्ति ही है।

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सेक्टर-12 पटाखा बाजार

यहां भी स्थिति कमोबेश प्याली चौक जैसी ही है। यहां भी दुकानों के बीच कोई दूरी नहीं बनाई गई है। साथ ही एक के पीछे दूसरी दुकान लगाई गई है। यह पूरी तरह गलत है। यहां भी एक फायर ब्रिगेड खड़ी थी। कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानों पर अग्निशमन सिलेंडर भी रखे हुए थे। इतना ही नहीं कई दुकानदारों ने तो दुकान पर अपने बच्चों को भी साथ में बैठा रखा था, जोकि ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है।

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इनसर्ट बाक्स

लेकिन बल्लभगढ़ ने पेश की नजीर

बल्लभगढ़: एनआइटी दशहरा मैदान के पटाखा बाजार में आग लगने के बाद भी एक ओर जहां शहर के अन्य पटाखा बाजारों में सुरक्षा के इंतजामों की ओर ध्यान नहीं दिया गया, वहीं बल्लभगढ़ पटाखा बाजार में सुरक्षा के मामले में पहले से ही सारे इंतजाम चाक-चौबंद हैं।

बल्लभगढ़ दशहरा मैदान में पटाखा दुकान लगाने के लिए 130 लोगों ने लाइसेंस बनवाए थे, लेकिन एसडीएम मुकुल कुमार चौहान ने मैदान के क्षेत्रफल के अनुसार सुरक्षा की दृष्टि से केवल 50 दुकानें ही लगाने दीं। नियम के अनुसार दुकानों की दो लाइनें बनाई गई। एक भी दुकान आमने-सामने नहीं रखी गई। दो लाइनों के बीच की दूरी 50 मीटर रखी है। सभी दुकानों के सामने ट्रक से मिट्टी के ढेर डलवाए गए हैं। हर स्टाल पर आग बुझाने वाले सिलेंडर, पानी से भरे ड्रम, रेत से भरी बाल्टी भी रखी गई हैं। फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी खड़ी है। जिन दुकानदारों को यहां पर स्टाल लगाने के लिए जगह नहीं दी गई थी, वो राजनीतिक आकाओं के पास भी गए थे। नेताओं ने इनकी तरफ से एसडीएम पर दबाव डाला, लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। एसडीएम चौहान ने बताया कि निर्धारित मापदंडों के अनुसार इस मैदान में केवल 50 दुकानें ही लग सकती हैं, इसलिए इतनी ही दुकानें लगने दी गई।

बल्लभगढ़ जैसा ही अच्छी व्यवस्था सेक्टर-8 के पटाखा बाजार में देखने को मिली। यहां लगाई करीब 25 दुकानों के बीच खाली स्थान से लेकर सभी व्यवस्थाएं नियम के अनुसार ही थीं।

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पटाखा बाजार के लिए नियम

- पटाखा बाजार में दो दुकानों के बीच कम से कम 3 मीटर की दूरी रहेगी।

- कोई भी दुकान एक दूसरे के आमने सामने नहीं होगी।

- दुकानों की दो कतारों के बीच 50 मीटर की दूरी होगी।

- अग्निशमन व आग बुझाने के पर्याप्त प्रबंध किए जाएंगे।

- बिना लाइसेंस पटाखों व विस्फोटक का भंडारण नहीं करने दिया जाएगा।

- भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में विस्फोटक का भंडारण व बिक्री नहीं होगी।

- कोई भी व्यक्ति खतरनाक बम व राकेट नहीं रखेगा।

- मापदंड के अनुसार 125 डेसीबल क्षमता से अधिक आवाज के पटाखे न हों।


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