हारा चुनाव जैसे ही दल बदल लिया..
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : प्रदेश में विधानसभा चुनाव का माहौल देखकर कवि दीपक गुप्ता ने अपनी कवित
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ :
प्रदेश में विधानसभा चुनाव का माहौल देखकर कवि दीपक गुप्ता ने अपनी कविता के माध्यम से नेताओं के ऊपर जमकर कटाक्ष किया। उनकी कविता के बोल थे 'हारा चुनाव जैसे ही वो दल बदल लिया, ये सोचकर उसने अपना कल बदल लिया' पर श्रोताओं ने जमकर आनंद लिया।
मौका था अग्रसेन जयंती के उपलक्ष्य में अग्रवाल कालेज में आयोजित कवि सम्मेलन का। कवियों की रचनाओं को सुनकर श्रोताओं ने खूब आनंद लिया। कवि सम्मेलन का आयोजन अग्रवाल कालेज के प्रांगण में किया। इसके मुख्य अतिथि उद्यमी टीएम ललानी थे। समारोह की अध्यक्षता शिक्षाविद् डा. एसके गर्ग ने की। कवि सम्मेलन का आयोजन अग्रवाल संगठन के तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम में पीयूष ग्रुप के चेयरमैन अनिल गोयल, शिवालिक ग्रुप के एमडी नरेंद्र अग्रवाल, वैश्य समन्वय समिति के संयोजक जेपी गुप्ता बतौर अतिथि मौजूद थे।
इस मौके पर कवियत्री निखहत की कविता पर श्रोताओं ने खूब आनंद लिया। उनकी कविता की पंक्ति थी 'कैसा जादू दिखाई देता है, मिसले उर्दू दिखाई देता है। मैं जिधर नजर उठाती हूं बस तू दिखाई देता है'। पार्षद राजेंद्र अग्रवाल, नगर निगम के कार्यकारी अभियंता सतीश अग्रवाल ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इस मौके पर संगठन के प्रधान वेद प्रकाश सिंगला, महासचिव सुनील गोयल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रवीण बंसल, उपप्रधान प्रमोद मित्तल, उपप्रधान राजेश सिंगला, सचिव गौरव सिंगला, सचिव राजीव गोयल, सहसचिव विशाल गोयल, कोषाध्यक्ष नरेश गोयल, विजय गर्ग, सगंठन मंत्री राजेंद्र बंसल, प्रवक्ता भूपेश गर्ग ने अतिथियों का अभिवादन किया। महाराजा अग्रसेन जयंती के उपलक्ष्य में बाजार में शोभा यात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया। इस दौरान संगठन के महासचिव सुनील गोयल ने मुख्य अतिथि टीएम ललानी सहित सभी मेहमानों की उपलब्धियों से श्रोताओं को अवगत कराया। इस मौके पर मुख्य अतिथि ने नौजवानों को महाराजा अग्रसेन के बताए रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया। महाराजा अग्रसेन का एक ईट और एक रुपये का नारा देकर जैसे समाज के सभी वर्गो का उत्थान हुआ, इसी तरह से हमे अभी भी अपने समाज में दूसरों की मदद करनी चाहिए। इस दौरान कवि सम्मेलन में राजेश खुशदिल, अब्दुल गफ्फार, मनवीर मधुर, वरूण चतुर्वेदी, प्रवीण मस्त, कलाम भारती, धर्मेश अविचल, देवेंद्र दीक्षित शूल, मा.महेंद्र, रेहाना शाहिन, निखहत अमरोही व फलकसुल्तानपुरी ने अपनी रचनाओं व हास्य व्यंग से शहरवासियों को खूब हंसाया। सम्मेलन पूरी रात चला।