पुराना कांग्रेस प्यार जागा
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद :
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष रामबिलास शर्मा ने हजकां प्रमुख कुलदीप बिश्नोई पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका पुराना कांग्रेस प्यार जाग गया है। इसलिए उन्होंने भाजपा हाईकमान से बातचीत किए बिना ही गठबंधन तोड़ने का निर्णय ले लिया। शर्मा विजय संकल्प यात्रा के फरीदाबाद में पहुंचने पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़ कुलदीप ने विनोद शर्मा से नाता जोड़ा। उन विनोद शर्मा से जिन्होंने उनके पिता को मुख्यमंत्री बनने में बाधा खड़ी कर भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री बनवाया था। शर्मा ने कहा कि कुलदीप नासमझ हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि राजनीतिक दल जनभावनाओं के अनुरूप अपने निर्णय लेते हैं। एक समय था जब बसपा प्रमुख मायावती तिलक,तराजू और तलवार के खिलाफ बोलती थी मगर अब वे ही मायावती तिलक,तराजू और तलवार के बूते अपनी सरकार बना चुकी हैं।
शर्मा ने मायावती का तर्क देते हुए कहा कि जब हमने हजकां से समझौता किया था तब जनता चाहती थी कि कुलदीप बिश्नोई भी मुख्यमंत्री बने मगर अब जनता चाहती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सिपाही मुख्यमंत्री बने। उन्होंने दावा किया कि हजकां से गठबंधन टूटने के बाद भाजपा प्रदेश में 63 सीटों पर चुनाव जीतेगी।
मुख्यमंत्री के सवाल पर रामबिलास शर्मा ने केंद्रीय परिवहन राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के समक्ष कहा कि पार्टी सही समय पर सही फैसला ले लेगी। केंद्रीय परिवहन राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर पर पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना के आरोपों पर शर्मा बोले, चार लाख 72 हजार से हारने के बाद अब भड़ाना पर आरोपों के अलावा और क्या बचा है। उनके आरोपों में कोई दम नहीं है।
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कार्यकर्ताओं की रक्षा करना धर्म
प्रोफेसर रामबिलास शर्मा ने दलबदल कर आ रहे पैराशूट नेताओं को तवज्जो दिए जाने के संबंध कहा कि कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान की रक्षा करना उनका नैतिक धर्म है। फायनेंसर, प्रापर्टी डीलर को नहीं सिर्फ और सिर्फ कार्यकर्ता को ही टिकट दिए जाएंगे।
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-रामबिलास मेरे नेता : गुर्जर
केंद्रीय परिवहन राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने प्रोफेसर रामबिलास शर्मा को अपना नेता बताते हुए कहा कि जो कांग्रेसी भाजपा से सीएम घोषित करने की मांग कर रहे हैं, वे भाजपा को यह बता दें कि 2005 के चुनाव में कांग्रेस की तरफ से सीएम कौन घोषित था। उन्होंने कहा कि तब प्रदेश कांग्रेस ने चौधरी भजन लाल के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था और सबसे ज्यादा विधायक भी उन्हीं के समर्थक चुने गए थे मगर सोनिया गांधी ने तब भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सीएम बना दिया। इसलिए कांग्रेस अब भाजपा को राजनीति नहीं सिखाए। हालांकि उन्होंने इस बात से इंकार किया कि चुनाव के बाद भाजपा में भी 2005 के कांग्रेस फार्मूले को अपनाया जाएगा।