डाक्टरों को देनी पड़ रही है 12 घटे की ड्यूटी
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ :
सरकारी अस्पताल में डाक्टरों की कमी का समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है। हालत यह है कि आपातकालीन विभाग में कार्यरत डाक्टरों को 12-12 घटे ड्यूटी देनी पड़ रही है। इससे मरीजों को खासी परेशानी हो रही है। इस बारे में कई बार पत्राचार कर आला अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
बल्लभगढ़ सरकारी अस्पताल का आपातकालीन विभाग हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत आता है जबकि वार्ड, आपरेशन कक्ष, अल्ट्रासाउंड व एक्स-रे विभाग, प्रयोगशाला एम्स दिल्ली के अंतर्गत आते हैं। आपातकालीन विभाग में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी सहित डाक्टरों के 13 पद स्वीकृत हैं। मगर यहां पर मात्र पांच डाक्टर कार्यरत हैं। इस कारण मरीजों के साथ-साथ डाक्टरों को भी परेशानी होती है।
राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ स्थित होने के कारण यहां पर सड़क दुर्घटना में घायल लोग भी आते रहते हैं। ड्यूटी पर कार्यरत डाक्टर उनके उपचार व मेडिकल बनाने में व्यस्त हो जाते हैं। इसका खामियाजा आपातकालीन विभाग में दाखिल मरीजों को भुगतना पड़ता है। ऐसी स्थिति में कई बार तो एम्स के डाक्टरों को बुलाना पड़ता है।
रविवार सुबह सड़क दुर्घटना में दर्जन भर घायल हो गए थे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालात ऐसे हो गए कि ड्यूटी से एक घंटे पहले निकले डाक्टरों को फिर से बुलाना पड़ा।
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आपातकालीन विभाग में डाक्टरों की कमी के बारे में पिछले एक साल से लगातार विभाग के आला अधिकारियों से पत्राचार चल रहा है। बावजूद इसके अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है।
-राजीव बातिश, एसएमओ, बल्लभगढ़
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डाक्टरों की कमी बल्लभगढ़ में ही नहीं सभी जगह चल रही है। इसके लिए आला अधिकारियों को कई बार अवगत कराया जा चुका है। सरकार भी जल्द ही डाक्टरों की नियुक्ति कर कमी को दूर करने में लगी है। जैसे ही नई नियुक्ति होगी बल्लभगढ़ सहित अन्य अस्पतालों में भी डाक्टरों की कमी दूर हो जाएगी।
- रामेंद्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी फरीदाबाद।