शहर की स्वच्छता को लगा ग्रहण
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के नगर परिषद की ओर से किए जा रहे प्रय
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :
शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के नगर परिषद की ओर से किए जा रहे प्रयास नाकाफी नजर आ रहे हैं। क्षेत्र के दर्जनों हिस्सों में आज भी डस्टबीन की दरकार है। यहां वषरें पुराने डस्टबीन रखे हुए हैं जो पूरी तरह टूट चुके हैं। इनमें कूड़ा डालने का कोई फायदा नहीं, तेज हवा के साथ कूड़ा-कर्कट खुले में ही फैल जाता है। नगर परिषद है कि यहां नए डस्टबीन रखने के लिए गंभीर नहीं है। देखने में आया है कि जहां कूड़ादान की अधिक जरूरत नहीं है वहां नए रखे हैं और जहां गंदगी खुले में डालने को लोग मजबूर हैं वहां एक भी डस्टबीन सही नहीं है। ऐसे में पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। रोहतक रोड पर दो जगह ऐसी हैं जहां टूटे हुए डस्टबीन रखे हैं और गंदगी, कूड़ा-कर्कट यहां खुले में पड़ा रहता है। शहर में चरमराती सफाई व्यवस्था आमजन के लिए भारी परेशानियों का सबब बनी है।
इन क्षेत्रों में है समस्या
दादरी नगर के रेलवे रोड, सब्जी मंडी के पीछे, मथुरा प्रसाद ट्रस्ट की भूमि के आसपास क्षेत्र, गाधीनगर, आदर्श नगर, प्रेम नगर, श्यामसर तलाब के चारों ओर, बधवाना गेट, चरखी गेट, पुराने दादरी दरवाजा के आसपास, पुराना झज्जर रोड, सैनीपुरा, गीता भवन के पीछे कालोनियों, पुराने शिव मंदिर के समीप, कालेज रोड, पुरानी महेन्द्रगढ़ चुंगी क्षेत्र, दयानंद कालोनी, एमसी कालोनी, रासीवासिया मार्केट में कूड़ा निस्तारण की योजना कहीं भी प्रभावी नजर नहीं आती है। यहा स्थान स्थान पर लगे गंदगी, कूड़े के ढ़ेर, परिषद के दावों की पोल खोलते नजर आते है। इनमें से कई स्थान तो ऐसे है जहा कूड़े, कचरे, गंदगी के कारण संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा अधिक बना है।
गंदगी से अटे डस्टबीन
शहर में कई स्थानों पर रखे डस्टबीन कूड़े से अटे हैं। इन्हें खाली करने तक की जहमत नहीं उठाई जा रही। जिस कारण समीप के क्षेत्र से एकत्रित कूड़ा-कर्कट डस्टबीन के समीप ही खुले में डाल दिया जाता है। यहां कूड़ा-कर्कट पर आवारा पशु मुंह मारते रहते हैं।