चार साल की बेटी को खूंटी से लटकाकर मारने के मामले में इंसाफ के लिए भटक रही मां
जागरण संवाददाता, भिवानी : यूं तो प्रदेश सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चला रही है, लेकिन लड़की पैद
जागरण संवाददाता, भिवानी : यूं तो प्रदेश सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चला रही है, लेकिन लड़की पैदा होने पर चार साल की मासूम बच्ची को पिता द्वारा खूंटी से लटका कर मारे जाने के सनसनीखेज मामले में बच्ची की मां इंसाफ के लिए भटकने पर मजबूर है। राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन सुमन दहिया द्वारा घटनास्थल का दौरा कर आरोपी के पिता के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने के आदेश दिए थे, लेकिन इसके बावजूद घटना के चार माह बाद पुलिस ने केवल दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज किया है।
बुधवार को मृतका की मां व नाना ने जिला बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश होकर इंसाफ की गुहार लगाई।
गांव कलियाणा निवासी कोमल ने कहा कि उसके पिता 29 अक्टूबर 2009 को गांव श्यामपुरा महेंद्रगढ़ निवासी नरेंद्र के साथ किया था। शादी के बाद उसे दो बेटियां पैदा हुई। चार साल की बेटी अंजलि व 2 साल की बेटी अंकिता। कोमल ने कहा कि दूसरी बेटी पैदा होने पर ही उसका पति व ससुराल के लोग उसके तंग करने लगे और बेटा न होने पर घर से निकाल दिया। बाद में पंचायती समझौते के बाद उसे दोबारा ससुराल भेज दिया। कोमल ने बताया उसका पति नरेंद्र दोनों बेटियों व उसके साथ दादरी में किराये का मकान लेकर रहने लगे। वहां पर आए दिन दोनों बेटियों को बेरहमी से पीटने लगा। कोमल ने आरोप लगाया कि दीपावली पर नफरत के कारण उसके पति ने चार साल की बेटी अंजलि को जबरन करीब एक किलो मिठाई खिला दी। जिस कारण वह काफी बीमार रही। इसके बाद जब वह घर पर अकेला था तो उसने अंजलि को मारपीट कर खूंटी से लटका दिया। रात भर उसे खुटी से लटकाए रखा, जिस कारण उसके हाथ व पैर जख्मी हो गए। इन जख्मों के कारण ही उसकी मौत हो गई। उसने आरोप लगाया कि दोनों बेटियों को खाना देती तो वह उसके साथ मारपीट करता और बेटियों को भूखा रहने पर मजबूर करता। बुधवार को मृतका की मां कोमल व नाना छोटे लाल ने भिवानी पहुंच कर जिला बाल कल्याण समिति की चेयरपर्सन राजबाला श्योराण, सदस्य सरोज बोहरा, मीना जांगड़ा से इंसाफ की गुहार लगाई।
अंजलि की मौत के मामले में 4 मार्च को भिवानी पहुंची राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन सुमन दहिया ने संज्ञान लेते लिए पुलिस अधीक्षक को इस मामले में आरोपी पिता के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने के आदेश दिए थे, लेकिन मृतका की मां कोमल व नाना छोटे लाल ने कहा कि पुलिस ने आरोपी पक्ष से सांठगांठ कर केवल दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज किया है।
जांच में पाया गया था हत्या का मामला : राजबाला
जिला बाल कल्याण समिति की चेयरपर्सन राजबाला श्योराण ने बताया कि इस मामले में समिति द्वारा जांच व बयान लिये जाने के प्राथमिक जांच में हत्या का मामला पाया गया था। पुलिस अधीक्षक व उपायुक्त को जांच रिपोर्ट भेजकर आरोपी पिता नरेंद्र के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने के लिए कहा गया था, लेकिन प्रशासन ने पीड़ित परिवार से नाइंसाफी कर आज तक हत्या का केस दर्ज नही किया है। समिति इस बारे में फिर से संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई करेगी।