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पूर्व पार्षद ने लगाया विकास कार्यो में नौ करोड़ के गबन का आरोप

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : पूर्व पार्षद पालेराम शर्मा ने नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन रवि खत्री पर

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Apr 2017 01:01 AM (IST)Updated: Wed, 26 Apr 2017 01:01 AM (IST)
पूर्व पार्षद ने लगाया विकास कार्यो में नौ करोड़ के गबन का आरोप
पूर्व पार्षद ने लगाया विकास कार्यो में नौ करोड़ के गबन का आरोप

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

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पूर्व पार्षद पालेराम शर्मा ने नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन रवि खत्री पर धारा 35 के तहत करवाए गए विकास कार्यो में गड़बड़ी करने के आरोप लगाए है। पूर्व पार्षद का कहना है इसमें नौ करोड़ रुपये की हेराफेरी हुई है।

शहर के विश्राम गृह में पत्रकारों से बातचीत में पालेराम शर्मा ने कहा कि वर्तमान में एक शिकायत और राज्य सरकार के आदेश पर अंबाला नगर निगम के एक्सईएन पंकज सैनी के नेतृत्व में टीम इस मामले की जाच कर रही है। इसमें खामिया पाई गई है। इससे स्पष्ट है कि पूर्व चेयरमैन ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए धारा 35 के तहत मनमाने ढग से कार्य करवाए है। उस समय मैंने खुद उपायुक्त के अलावा अन्य अधिकारियों को लिखित शिकायत दी थी। मगर प्रदेश में उस समय काग्रेस का शासन होने के कारण मेरी शिकायत को ठडे बस्ते में डाल दिया गया। उन सभी बिंदुओं की शिकायत अधिकारियों को की थी, जिन पर अब जाच चल रही है। पालेराम ने आरोप लगाया कि पूर्व चेयरमैन खत्री ने 9 करोड़ रुपये का गड़बड़झाला किया है। उन्होंने न केवल विकास कार्यो में भ्रष्टाचार किया, बल्कि स्टेशनरी के अलावा अन्य रोजमर्रा की चीजो की कागजों में फर्जी खरीद दिखाकर अपनी जेब भरने का काम किया। नगर परिषद की गाड़ी की रिपेयर पर इतना खर्च कर दिया गया कि उतने पैसों में तो कई नई गाड़िया खरीदी जा सकती थी। उन्होंने आरोप लगाया कि चेयरमैन बनने से पहले रवि खत्री की आय का कोई विशेष साधन नहीं था। जबकि चेयरमैन बनने के बाद उन्होंने अथाह संपत्ति बना ली। यह जाच का विषय है। पूर्व पार्षद ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत विजीलैंस को भी की है। उन्होंने दावा किया कि अगर जाच निष्पक्ष होती है तो निश्चित ही पूर्व चेयरमैन खत्री को जेल की हवा खानी पड़ सकती है।

मैंने कोई गलत काम नहीं किया : खत्री

नप के पूर्व चेयरमैन रवि खत्री का कहना है कि मैंने अपने कार्यकाल में कोई गलत काम नहीं किया। उस समय धारा 35 में जो कार्य हुए उसके लिए पालेराम शर्मा ने भी पार्षद रहते समर्थन किया था, लेकिन उनकी ब्लैकमेलिंग की पुरानी आदत रही है। जहा तक जाच की बात है तो सभी जानते है कि इसके पीछे राजनीतिक साजिश है।


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