'दहेज प्रथा' पर विद्यार्थियों को किया जागरूक
जागरण संवाददाता, बहंादुरगढ़ : उपमंडल विधिक सेवा समिति के तत्वाधान में शहर के राजकीय कन्या वरिष्ठ म
जागरण संवाददाता, बहंादुरगढ़ :
उपमंडल विधिक सेवा समिति के तत्वाधान में शहर के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में लिगल लिटरेसी क्लब के अंतर्गत सामाजिक बुराई 'दहेज प्रथा' पर सेमिनार का आयोजन किया गया। उपस्थित सभी छात्राओं व स्कूल स्टाफ को 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' की शपथ भी दिलाई गई।
उपमंडल विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष एवं सीनियर डिविजन के न्यायाधिकारी प्रदीप चौधरी के दिशा निर्देशानुसार यह आयोजन किया गया। प्राचार्या कृष्णा छिक्कारा की अध्यक्षता में आयोजित सेमिनार में समिति सदस्य सत्येंद्र दहिया मुख्य वक्ता रहे। उन्होंने कहा कि आज के बच्चे देश का भविष्य हैं। बच्चों को परिवार व समाज में अच्छा वातावरण मिले, यह हम सब का दायित्व है। आज के कार्यक्रम का मूल उद्देश्य बच्चों के अधिकारों के बारे में अवगत करवाने के साथ-साथ दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराई के दुष्परिणामों से भी अवगत करवाना है। एडवोकेट साहिल कुमार ने कहा कि दहेज विरोधी कानूनी 1961 से लागू है लेकिन फिर भी इसके सकारात्मक परिणाम सामने नही आए हैं। आज भी अखबारों में दहेज के कारण बहुओं को जलाने तथा उन्हें परेशान करने की खबरें प्रकाशित होती रहती है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन सालों में 24,771 दहेज हत्याएं हुई हैं तथा पिछले पाच वषरें में हिंसक यौन अपराधों में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, कन्या भू्रण हत्या तथा दहेज प्रथा सहित विभिन्न मसलों पर सकारात्मक कोशिशों का आह्वान किया। सेमिनार में कक्षा बारहवीं की प्रिया, कोमल, सोमल तथा वर्षा ने भी दहेज प्रथा पर ओजस्वी विचार रखे। छात्राओं को समिति की ओर से पुस्तिका देकर प्रोत्साहित भी किया गया। प्राचार्या कृष्णा छिक्कारा ने कहा कि कानूनी जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराई को जड़मूल से नष्ट करने में स्कूल के विद्यार्थी रचनात्मक भूमिका निभा सकते हैं। यह समय की आवश्यकता है। स्कूल के लीगल लिटरेसी क्लब की संयोजिका सुषमा ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर एडवोकेट दिनेंद्र गोयल, रोहित गुलियानी, धीरज बत्तरा, सुशीला, मुन्नी चौधरी समेत पूरा स्टाफ मौजूद रहा।