निगम नाकाम, अवैध निर्माण बेकाबू
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : अनधिकृत निर्माण को लेकर तोड़फोड़ करने वाले नगर निगम के तेवर इन दिनों ढीले पड़ गए हैं। नतीजन लोगों ने अवैध निर्माण शुरू कर दिया है। शहरीकृत गांव हो या फिर शहरी इलाका दोनों जगह अवैध निर्माण कार्य तेजी से हो रहे हैं। विधानसभा चुनावों के चलते निगम का अतिक्रमण रोधी दस्ता भी अवैध निर्माण रोकने के लिए हरकत में नहीं दिखाई दे रहा है। इसी के चलते आयुध डिपो के प्रतिबंधित 9 सौ मीटर दायरे में भी निर्माण कार्यो ने रफ्तार पकड़ ली है।
सदर बाजार, नाथुपूर गांव में तोड़फोड़ करने गए नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी दस्ते के सामने लोगों ने जब विरोध जताया, तो निगम के तेवर ढीले पड़ गए। नाथुपूर गांव में तो लोगों ने निगम अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराने को लेकर जमकर प्रदर्शन किए थे। इसके बाद से निगम का दस्ता व अधिकारी सकते में आ गए। तोड़फोड़ करना, तो दूर उस दिशा में सोचना भी बंद कर दिया। इसी का फायदा अब लोग उठाते हुए जमकर अनधिकृत निर्माण कार्य कर रहे हैं। शहरीकृत गांव के अलावा शहरी इलाके में कई ढहाए गए निर्माण स्थल पर दोबारा काम शुरू हो गया है। अतिक्रमण विरोधी दस्ता विज्ञापन संबंधित मामलों पर अधिक ध्यान दे रहा है। बिना नक्शे व तय मापदंड के निर्माण कार्य नहीं होने के चलते निर्माणाधीन इमारतें कितनी मजबूत होंगी, इसको लेकर लोगों में संशय की स्थिति है। आसपास रहने वाले लोग लगातार दस्ता अधिकारी से शिकायत कर रहे हैं। लोगों को डर है कि चोरी छिपे चल रहे निर्माण कार्य को लोग जल्द पूरा करने में लगे हैं। इसके चलते गुणवत्ता का तो सवाल ही नहीं उठता है। इस स्थिति में यह निर्माणाधीन इमारतें यदि ढह गई तो आसपास रहने वालों की जान सांसत में आ सकती है। दस्ता इससे अंजान बना है और अपने कर्तव्य के नाम पर खानापूर्ति कर रहा है।
दस्ते में बदलाव कराएंगे
''अतिक्रमण रोधी दस्ता के कुछ अधिकारी अपना हित साधने में में ध्यान दे रहे हैं। वैसे भी एक एसडीओ को पुराने शहर व नया शहर का दायित्व देने वह दोनों जगह काम नहीं कर पा रहा। दस्ते में शामिल स्टाफ को गलत तरीके से काम दिया गया है। नए आयुक्त के ज्वाइन करने के बाद उनसे इस संबंध में चर्चा कर दस्ते में बदलाव कराएंगे। साथ ही अनधिकृत निर्माण कार्य पर रोक लगाने के साथ ही सभी प्रकार के निर्माण तय गुणवत्ता से हो इसके लिए ठोस कदम उठाएंगे।''
-विमल यादव, मेयर।