क्राइम ब्रांच में दो मुखिया, तबादला करना भूली सरकार
जागरण संवाददाता, अंबाला : एक महकमे में एक ही मुखिया होता है लेकिन पुलिस की क्राइम ब्रांच म
जागरण संवाददाता, अंबाला : एक महकमे में एक ही मुखिया होता है लेकिन पुलिस की क्राइम ब्रांच में एक ही रैंक के दो अधिकारी कार्यरत हैं। क्राइम ब्रांच में ऐसा पहली बार हो रहा है कि एडीजीपी रैंक के दो अधिकारी तैनात कर दिए गए हैं। करीब 13 दिन पहले पुलिस महकमे में पदोन्नति होने के कारण ऐसा हुआ है। राज्य सरकार ने पदोन्नति तो कर दी लेकिन पो¨स्टग करनी भूल गई।
सूत्रों का कहना है कि लंबे समय के बाद राज्य सरकार ने 18 जुलाई को भारतीय पुलिस सेवा में 1991 बैच के तीन अफसरों को पदोन्नति देकर उनको एडीजीपी बनाया था। इनमें आइपीएस अधिकारी आलोक राय, संजीव कुमार जैन और राजबीर देशवाल का नाम शामिल हैं। इनकी पदोन्नति आदेश के बाद तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई थी। आइपीएस अलोक राय क्राइम ब्रांच में बतौर आइजी नियुक्त थे जिन्हें प्रमोशन कर एडीजीपी बना दिया गया। इनकी पदोन्नित से पहले क्राइम ब्रांच में ही शुत्रजीत ¨सह कपूर एडीजीपी पद पर तैनात हैं। अब पिछले 13 दिनों से क्राइम ब्रांच में एडीजीपी रैंक के दो अधिकारी हैं। जबकि पदोन्नति के बाद तुरंत राज्य सरकार तबादला कर अधिकारियों को नई पो¨स्टग दे देती थी। सूत्रों का कहना है कि पुलिस महकमे में आइजी, एडीजीपी रैंक के अधिकारियों में जल्द ही फेरबदल होगा। इन अधिकारियों में फेरबदल को लेकर सूची तैयार करनी शुरू कर दी है। बड़े अधिकारी भी जुगाड़ में लगे हैं कि उन्हें पुलिस महकमे में अच्छी ब्रांच या फिर रुतबे का पद मिले। यही कारण है कि गृह विभाग तय नहीं कर पा रहा किस अधिकारी को कहां तैनात करना है। इसी कारण तबादले नहीं हो सके लेकिन अब जल्द तबादले होने की उम्मीद है।
इस मामले में प्रदेश के गृह सचिव रामनिवास से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन बातचीत नहीं हो पाई।