धनौरी के खेगी अतों में लाग से हजारों का नुकसान
संवाद सहयोगी, मुलाना : रविवार सुबह गांव धनौरी में गेहूं के खेत में आग लग गई । जिस पर ग्रामी
संवाद सहयोगी, मुलाना : रविवार सुबह गांव धनौरी में गेहूं के खेत में आग लग गई । जिस पर ग्रामीणों ने अपनी सूझबूझ से काबू पाया। ग्रामीणों ने आग लगे कुछ हिस्से को छोड़कर ट्रैक्टर में हैरों जोड़कर आगे की जमीन की चौतरफा खोदाई कर डाली । जिससे आग पर काबू समय रहते पा लिया गया। लेकिन तब तक किसान की दो कनाल से अधिक गेंहू की फसल जलकर राख हो चुकी थी।
यदि ग्रामीण सूझबूझ से काम न लेते तो पीड़ित किसान द्वारा लगाये गए लगभग दो एकड़ गेंहू की फसल जल कर राख हो जाती। आग लगने का कारण खेतों से गुजर रही बिजली की तारों से निकली ¨चगारी को बताया जा रहा हैं। किसान जीत ¨सह धनौरी वासी ने बताया कि उसने अपनी जमीन को बंटाई पर गांव के ही रहने वाले जय ¨सह को दिया हुआ हैं। रविवार सुबह ही लगभग दो एकड़ में लगी गेंहू की फसल में काटने के लिए मजदूर पंहुचे। कटाई शुरु हुए लगभग आधा घंटा ही बीता था कि खेत से गुजर रही बिजली की तारों से एक ¨चगारी निकल कर गेंहू की फसल पर जा गिरी। ¨चगारी गिरते ही वहां आग लग गई। कटाई कर रहे मजदूरों ने आग बुझाने का प्रयास किया परंतु आग बढ़ चुकी थी। आग को देखकर ग्रामीण मौके पर आ पंहुचे, उनमें से कुछ आग पर काबू पाने का प्रयास करने लगे तो कुछ ने ट्रैक्टर के पीछे हैरों जोड़कर आग लगे हिस्से से कुछ दूरी पर जमीन खोद डाली। जिससे आग आगे नहीं बढ़ी। जिससे किसान जीत ¨सह को भारी नुकसान होने से बच गया।
किसान का दर्द किसान समझता हैं
ग्रामीण ओम प्रकाश, सोमा, सोनू व विकास ने बताया कि हम सब खेती करते हैं। फसल जलने का दर्द हम सब भली भांति समझते हैं। किसान के लिए फसल ही सब कुछ होती हैं। ऐसे में यदि फसल जल जाए तो किसान के पास सिवाय कर्ज के कुछ नहीं बचता। इसलिए जो कुछ हम अपनी फसल को बचाने के लिए करते वह हमने जीत ¨सह की फसल बचाने के लिए किया ।