पुराने लेन-देन पर हुआ था ठेकेदार का अपहरण, भट्टा मालिकों का तीन दिन का रिमांड मंजूर
जागरण संवाददाता, अंबाला : शहजादपुर के नजदीक कक्कड़माजरा में ईट भट्टे पर ठेकेदार का
जागरण संवाददाता, अंबाला : शहजादपुर के नजदीक कक्कड़माजरा में ईट भट्टे पर ठेकेदार का काम करने वाले 35 वर्षीय मनजीत का 15 जून को अपहरण करने के मामले में सीआइए-2 टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को शुक्रवार सुबह कोर्ट में पेश किया गया। बृहस्पतिवार देर रात जांच टीम ने मनोज कुमार, प्रवीण कुमार निवासी गांव गोयला कलां थाना बहादुरगढ़ व मुकेश कुमार निवासी गांव बादली थाना बहादुरगढ़ जिला झज्जर को बहादुरगढ़ से गिरफ्तार किया था। कोर्ट में जांच टीम ने आरोपियों का पांच दिन का रिमांड मांगा लेकिन कोर्ट ने तीन दिनों का ही रिमांड मंजूर किया। यह तीनों भट्टे में हिस्सेदार है और उन्होंने ठेकेदार मनजीत से 24 लाख रुपये लेने थे लेकिन रुपये वापस नहीं मिलने पर इन्होंने उसका अपहरण किया। आरोपियों से रिमांड के दौरान उनके अन्य साथियों बारे में पूछताछ और उनके खाते में जमा करवाए गए दो लाख रुपये की रिकवरी भी करनी है।
गौरतलब है कि ईट भट्टे पर काम करने वाला मनजीत निवासी गांव कायमपुर थाना गिरयाक जिला नालंदा बिहार 15 जून का दूसरे साथी रवि के साथ कक्कड़माजरा गांव के बाजार में से वापस आते समय गाड़ी सवार कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था। 16 जून को उसके परिजनों के पास फोन करके 24 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी। साथ ही पुलिस को नहीं बताने की धमकी भी दी गई थी जिसके बाद परिजनों ने किसी को घटना की जानकारी नहीं दी। इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने परिजनों से अपने खाते में एक-एक करके दो लाख रुपये डलवाए लेकिन अपहृत को रिहा नहीं किया। इसके बाद परिजनों ने घटना के आठ दिन बाद शहजादपुर थाने में शिकायत दी तो मामला दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच सीआइए-2 को सौंपी।
पुराने लेन-देन को लेकर किया गया अपहरण
सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी व दो अन्य ईट भट्टे पर आपस में सांझेदार हैं। अपहृत मनजीत इस भट्टे पर लेबर का ठेकेदार है और इनके बीच पिछले कई महीनों से रुपये लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था। मनजीत भट्टा मालिकों के रुपये वापस नहीं कर रहे थे इसलिए उन्होंने उसका अपहरण करके उसके परिजनों से पुराने लेन-देन के 24 लाख रुपये की फिरौती मांगी।
मोबाइल लोकेशन और खाता नंबर से खुली पोल
सीआइए-2 टीम ने आरोपियों द्वारा जिस मोबाइल नंबर से फिरौती के लिए बार-बार फोन किया गया उसकी साइबर सेल की मदद से लोकेशन निकाली गई। साथ ही जिस खाते में रुपये डाले गए थे उसकी जानकारी निकाली गई। मोबाइल लोकेशन मिलते ही जांच टीम ने बहादुरगढ़ में रेड की और मनोज कुमार, प्रवीण कुमार व मुकेश कुमार को जिला झज्जर के बहादुरगढ़ से गिरफ्तार किया। अपहृत मनजीत को भी उनके पास से सही सलामत बरामद किया। आरोपियों का तीन दिन का रिमांड मंजूर हुआ।
झज्जर रवाना हुई टीम
कोर्ट में पेश करने के बाद जांच टीम आरोपियों को वापस बहादुरगढ़ के लिए रवाना हो गई। क्योंकि आरोपियों द्वारा अन्य साथियों के बारे में भी कुछ जानकारी दी गई। साथ ही जांच टीम को आरोपियों से दो लाख रुपये और गाड़ी रिकवर करनी है। वहीं इस मामले में दो अन्य आरोपी अभी फरार है जिन्हें गिरफ्तार किया जाना है।