सांप काट गया तो सिविल अस्पताल में इलाज की नहीं व्यवस्था
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : आपको सांप ने काटा है और आप जिला नागरिक अस्पताल या जिले
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : आपको सांप ने काटा है और आप जिला नागरिक अस्पताल या जिले के किसी भी सिविल अस्पताल में जाना चाहते हैं तो वहां मत जाएं। यहां इलाज में देरी जान पर भारी पड़ सकती है। क्योंकि आपको जिले के किसी भी सिविल अस्पताल में इलाज के लिए दवा नहीं मिलेगी। चौंकिए मत। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के जिला नागरिक अस्पताल के कुछ ऐसे ही हालात हैं। बेशक कुत्तों और आवारा पशुओं के काटने पर एंटी रैबीज दवा यहां आसानी से उपलब्ध हो रही है लेकिन सांप के जहर का जिला स्वास्थ्य विभाग के पास फिलहाल कोई तोड़ नहीं है।
दरअसल गरनाला निवासी के विजय कुमार ने आरटीआइ के तहत स्वास्थ्य विभाग से जानकारी मांगी थी। जानकारी में पूछा गया कि अभी तक कितने लोगों को सांप के काटने पर दवा उपलब्ध कराई गई साथ ही दवा की क्या उपलब्धता है। आरटीआइ के जवाब में स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि सांप के काटने पर एंटी प्वाइजन डोज दी जाती है। हालांकि यह डोज अभी जिला नागरिक अस्पताल में उपलब्ध नहीं है लेकिन मरीज को आवश्यकता पड़ने पर उपलब्ध करा दी जाती है। इस तरह आरटीआइ की रिपोर्ट भी स्वास्थ्य विभाग ने गोलमोल देकर अपना पीछा तो छुड़ा लिया लेकिन सांप के काटने के बाद उसे तुरंत प्रभाव से एंटी प्वाइजन डोज की जरूरत होती है। जब तक स्वास्थ्य विभाग यह डोज उपलब्ध कराए तब तक मरीज की जान जा चुकी होगी। खुद स्वास्थ्य मंत्री के जिला अस्पताल में एंटी प्वाइजन डोज नहीं होने से स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। गौरतलब है कि मई माह से लेकर बरसाती सीजन तक सांप और जहरीले जीवों का खतरा अधिक बढ़ जाता है। इसी अवधि में सबसे अधिक एंटी प्वाइजन डोज की जरूरत पड़ती है। इस बारे में सिविल सर्जन डाक्टर विनोद गुप्ता से बातचीत करनी चाही तो उन्होंने दिनभर फोन उठाना लाजमी नहीं समझा।