चार दिनों से भटक रही बच्ची को नहीं मिल मां
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : सिलीगुड़ी से अंबाला और अंबाला से पटियाला पहुंची बच्ची को चौ
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : सिलीगुड़ी से अंबाला और अंबाला से पटियाला पहुंची बच्ची को चौथे दिन भी मां नहीं मिली। बच्ची को लेकर चाइल्ड लाइन पटियाला की टीम सुबह साढ़े 11 बजे पटियाला स्थित माता काली के मंदिर में पहुंची। इस दौरान भिखारियों से बच्ची के बारे में जानकारी चाइल्ड लाइन ने मांगी लेकिन किसी ने भी जानकारी होने से इन्कार कर दिया। इस तरह सुबह साढ़े 11 बजे से साढ़े तीन बजे तक टीम मंदिर में इर्द-गिर्द घूमती रही लेकिन बच्ची से जुड़ी कोई भी जानकारी नहीं मिली। बाद में उसे माता गुजरी सहारा ट्रस्ट पटियाला में छोड़ दिया गया। वहीं, अंबाला की डीसीपीओ ने बच्ची की सुध ली न ही पटियाला की डीसीपीओ ने बच्ची के बारे में कोई जानकारी लेना चाइल्ड लाइन से जरूरी समझा।
नहीं कराई बच्ची की काउंसि¨लग
बुधवार रात 10 बजकर 20 मिनट पर बच्ची सिलीगुड़ी से अंबाला पहुंची थी। इसके बाद से लेकर शनिवार शाम तक बच्ची की काउंसि¨लग नहीं हुई। करीब 18 घंटे बच्ची अंबाला छावनी व शहर में रही। न तो अंबाला की टीम ने बच्ची की काउंस¨लग करवाई न ही दो दिनों से पटियाला में बच्ची की काउंसि¨लग हो पाई। ऐसे में कैसे उम्मीद की जा सकती है कि बच्ची को उसके मां-बाप तक सुरक्षित पहुंचा दिया जाएगा।
बच्ची बोली अंबाला के हैं उसके माता-पिता
बिना काउंसि¨लग के ही शनिवार को बच्ची ने अपना संबंध अंबाला से बताया। बच्ची ने इस दौरान पटियाला की टीम को अपने माता-पिता का नाम भी बताया। जबकि अंबाला डीसीपीओ ने बताया था कि बच्चे की मां भीख मांगती है और पिता नहीं हैं। साथ ही पटियाला में बच्ची के माता के होने के दावे भी किए गए थे। ऐसे में अब बच्ची के बयान ने डीसीपीओ अंबाला के ब्यान की पोल खोल दी। सवाल यह भी है कि आखिर किस आधार पर बच्ची को पटियाला भेज दिया गया? नियमानुसार बच्ची की अंबाला टीम को काउंसि¨लग करानी थी, अंबाला टीम के बाद पटियाला में भी उसकी काउंसि¨लग नहीं हुई।
मंत्री दरबार में पहुंचा मामला, सोमवार को हो सकते अधिकारी तलब
शुक्रवार को पूरा मामला मंत्री कविता जैन के दरबार में पहुंचा दिया गया। दैनिक जागरण में प्रकाशित इन समाचारों के बारे में सोमवार को महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन अंबाला के अधिकारियों को इस मामले में तलब कर सकती हैं। हालांकि टीम जागरण ने मंत्री से इस मामले में संपर्क साधने का प्रयास किया लेकिन बातचीत नहीं हो पाई।
वर्जन..
कुरुक्षेत्र में एक बच्चे की मौत हो गई थी। आज वहां होने के कारण में इस मामले में जानकारी नहीं ले पाया। निश्चित तौर पर मामले में कार्रवाई कराई जाएगी।
परमजीत बड़ौला, राज्य बाल आयोग के सदस्य।