ओलंपिक में मेडल के बाद ही बने दंगल टू, कोई जीते उस बने फिल्म : गीता
जागरण संवाददाता, अंबाला : ओलंपिक में मेडल विजेता गीता-बबीता फोगाट किसी परिचय की मोहताज नह
जागरण संवाददाता, अंबाला : ओलंपिक में मेडल विजेता गीता-बबीता फोगाट किसी परिचय की मोहताज नहीं है। एक करोड़ के भारत केसरी दंगल के समापन पर गीता ने अपनी दो बहनों की जीत के बाद कहा कि ओलंपिक में मेडल के बाद ही दंगल टू बनेगी। पूछने पर क्या वो आपकी दो बहनों को ओ¨लपिक में मेडल जीतने पर बनेगी तो उसने जवाब दिया कि ओ¨लपिक बहुत बड़ा गेम्स होती है। इसीलिए देश के हर खिलाड़ी की तरह उसकी बहनों की भी ओलंपिक में मेडल जीतने की ख्वाहिश होती है। इसीलिए मेडल किसी का भी आए उस पर फिल्म बननी चाहिए।
गीता फोगाट ने कहा कि दंगल जैसे फिल्म बनने से देश में महिला पहलवानों के लिए एक अच्छा संदेश गया है। उन्होंने कहा कि उसके पति पवन फोगाट, बहन रितु फोगाट और विनिश फोगाट की जीत से काफी खुशी मिली है तो संगीता की हार से थोड़ी मायूसी हाथ लगी है। लेकिन हार जीत हर गेम्स का हिस्सा लेती है। उम्मीद के विपरीत विनिश की हार हुई थी लेकिन वह अगली गेम्स में इससे बेहतर तरीके से कम-बैक करेगी। उसकी बहनों की तैयारी एशियन, कॉमनवेल्थ और ओलंपिक गेम्स को लेकर चल रही है। इस कार्यक्रम में गीता और बबीता दोनों बहनों आकर्षण का केंद्र बनी रहीं और उनके प्रशंसकों ने जमकर सेल्फी का लुप्त भी उठाया। हालांकि बबीता इस गेम्स से पहले ही चली गई। मुख्यमंत्री मनोहर लाल जब विजेताओं को सम्मानित कर रहे थे। सम्मान से पहले अपनी हार के चलते संगीता रो पड़ी। संगीता को मौके पर मौजूद बबीता और रितु फोगाट के साथ-साथ अन्य लोगों ने संभाला भी। लेकिन प्रशंसकों ने संगीता के सेल्फी खींचकर इस मलाल को भी दूर किया।
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संगीता को जूझते देखकर हाव भाव बदल रहे थे बहनों के
हरियाणा की ओर 63 किलोग्राम भार वर्ग में संगीता और रेलवे रितु आमने-सामने थी। रितु ने संगीता को एक मिनट 8 सेकेंड में दांव मारकर दो बार पटकनी दो और चार प्वाइंट हासिल कर दिए। इसके बाद रितु ने 2 मिनट 56 सेकेंड दो प्वाइंट हासिल किए और इ¨नग ब्रेक हो गया 30 सेकेंड के ब्रेक के बाद फिर से मैच शुरू हुआ तो 4 मिनट 20 सेकेंड में रितु ने फिर से दांव मारकर दो प्वाइंट लेकर 8 प्वाइंट की बढ़त बना ली। इसके बाद संगीता ने दांव खेला और 4 मिनट 51 सेकेंड पर दो प्वाइंट जीतकर मैच जीतने की उम्मीद स्टेडियम में बैठी अपनी तीन बहनों के सामने जता दी, लेकिन रितु मलिक ने इसके बाद संगीता को कोई दांव लगने नहीं दिया और जीत हासिल कर दी।