मेडिकल कॉलेज खुलने से मिलेंगी चिकित्सा सुविधांए, मिलेंगे नए डॉक्टर
जागरण संवाददाता, अंबाला : मोहड़ा में स्थित आदेश मेडिकल कॉलेज को हरी झंडी मिल गई है।
जागरण संवाददाता, अंबाला : मोहड़ा में स्थित आदेश मेडिकल कॉलेज को हरी झंडी मिल गई है। शुक्रवार को खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इस मेडिकल कालेज का शुभारंभ किया। इस साल देश के जिन चार मेडिकल कालेजों को केंद्र सरकार ने अनुमति दी है उनमें अंबाला के मोहड़ा में स्थित आदेश मेडिकल कालेज का नाम भी शामिल है। मुलाना मेडिकल कालेज के बाद दूसरा मेडिकल कालेज खुलने से न केवल मरीजों को अच्छी और बेहतरीन चिकित्सा सेवाएं मिल सकेंगी बल्कि डाक्टरों की खेप भी तैयार होगी। इतना ही नहीं हरियाणा के होनहारों को मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए दूर-दराज के राज्यों में भटकने की नौबत नहीं आएगी। वहीं दूसरे राज्यों के होनहारों को भी इस मेडिकल कालेज में दाखिला मिलने से उनकी दिक्कतें भी कम होंगी। दैनिक जागरण टीम ने मेडिकल कालेज व अस्पताल में मिल रही चिकित्सा सेवाओं को लेकर आदेश मेडिकल अस्पताल के चेयरमैन डाक्टर एचएस गिल से सीधी बातचीत की तो उन्होंने कुछ इस तरह से टीम जागरण के सवालों का जवाब दिया।
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प्रश्न: काफी लंबे समय से मेडिकल कालेज शुरू करने के लिए आप प्रयासरत थे,
इतनी देर कैसे हुई?
उत्तर: हां निश्चित तौर पर देरी हुई है। हमने एक जुलाई 2015 को अस्पताल व कालेज बना दिया था। लेकिन इसके बाद से एनओसी नहीं मिल रही थी। राज्यसरकार से एनओसी मिलने में कुछ देरी होने कारण हम कालेज को चलाने में एक साल लेट हो गए।
प्रश्न: क्या अब सभी अड़चने खत्म हो गई हैं?
उत्तर: 29 मई 2017 को भारत सरकार से मेडिकल कालेज चलाने की अनुमति हमें मिल गई है। राज्य सरकार से एनओसी मिलने के बाद हमने जैसे ही आवेदन किया तो पहले ही निरीक्षण में भारत सरकार की टीम ने हमें मान्यता दे दी।
प्रश्न: कब से मेडिकल की सीटों के लिए दाखिले होंगे, कितनी सीटें रहेंगी?
उत्तर: नीट का परीक्षा परिणाम आ गया है। जैसे ही काउंस¨लग शुरू होती है कालेज में भी दाखिले शुरू हो जाएंगे। उम्मीद है कि जुलाई माह में प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। हम 150 सीटों पर दाखिला देंगे।
प्रश्न: चिकित्सा सेवाओं को लेकर क्या लक्ष्य रखा गया है?
उत्तर: सस्ती और बेहतरीन सेवाएं हम मरीजों को देने के उद्देश्य से अस्पताल खोला गया है। अभी 350 बेड का अस्पताल है। तीन साल तक इसे 750 बेड और पांच साल तक 1000 बेड का अस्पताल करने की लक्ष्य हमने निर्धारित किया है ताकि मरीजों को अच्छे और सस्ते इलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ व दूसरे अस्पतालों में जाने की बजाए उन्हीं के पास अच्छी चिकित्सा सुविधा मिल सकें।
प्रश्न: आदेश कालेज के साथ क्या हरियाणा में किसी अन्य कालेज को भी इस सत्र में अनुमति मिली है।
उत्तर: पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि उत्तर भारत में एकमात्र आदेश मेडिकल कालेज को ही मान्यता मिली है जबकि देशभर से चार नये मेडिकल कालेज इस सत्र में शुरू हुए हैं।
प्रश्न: देश में डाक्टरों की कमी चल रही है। हरियाणा प्रदेश में ही 27 हजार डाक्टरों की कमी है? क्या मेडिकल कालेज खुलने से डाक्टरों की कमी पूरी करने में मदद मिलेगी?
उत्तर: निश्चित तौर पर इसमें कोई शक नहीं है। मेडिकल कालेज खुलने से डाक्टरों की खेप तैयार होगी, जितने ज्यादा दाखिले होंगे उतने अधिक डाक्टर तैयार होंगे।
प्रश्न: अस्पताल में कितने डाक्टरों का स्टाफ है?
उत्तर: हमारे पास करीब 130 डाक्टर व 260 पैरामेडिकल स्टाफ है। इसके अलावा आउटसोर्सिंग के तहत रखे गए स्टाफ की संख्या अलग है। हर बीमारी का विशेषज्ञ हमने मरीजों के लिए उपलब्ध कराया है।
प्रश्न: सुनने में आ रहा है कि काफी कर्मचारियों को पीएफ नहीं दिया जा रहा?
उत्तर: नहीं ऐसा नहीं। कुछ लोग जानबूझकर छवि खराब करने का प्रयास करते हैं। जो कर्मचारी नियमित रखे गए हैं उन्हें हम हर माह पीएफ दे रहे हैं। हां अस्थाई व आउटसोर्सिंग वाले कर्मचारियों को पीएफ नहीं दिया जा रहा।
प्रस्तुती: उमेश भार्गव