मीट शॉप सील होते देख निगली सल्फास की गोलियां, हंगामा
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : गुरुद्वारा परिसर एरिया में चल रही मीट शॉप सील होते देखी त
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : गुरुद्वारा परिसर एरिया में चल रही मीट शॉप सील होते देखी तो संचालक के बेटे सौरभ ने टीम के सामने ही सल्फास की गोलियां निगल ली। सल्फास की गोलियां निगलने के बाद जिला प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने सल्फास की गोलियां सौरभ के मुंह से निकाली और उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। मामला गंभीर होते देख कार्रवाई को टाल दिया गया। इस मामले को लेकर रात साढ़े नो बजे बजे तक चौकी नंबर चार में पूरा पुलिस अमला व प्रशासन जुटा रहा। दूसरी ओर मीट शॉप को सील नहीं करने के विरोध में ओर गुरुद्वारा शीश गंज परिवार में गैस सिलेंडर लेकर घुसने के प्रयास के विरोध में पूरा सिख समाज एकत्रित हो गए और दरियां बिछाकर थाने के बाहर धरने पर बैठ गया। चेतावनी दी कि यदि मीट शॉप सील नहीं हुआ तो पूरे प्रदेश से सिख समुदाय के लोग एकत्रित होकर सड़कों पर उतर जाएंगे।
दरअसल, अंबाला शहर में दोखंभा चौक के नजदीक पापुलर मीट शॉप है। यह मीट शॉप गुरुद्वारा शीशगंज साहिब के 100 मीटर दायरे में है। इसीलिए सिख समाज इसका लंबे समय से विरोध कर रहा है। इस दुकान को सील करने के जिला प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए थे लेकिन दुकान संचालक अनिल कोर्ट से स्टे ले आया था। यह स्टे 21 मार्च को खत्म हो गई। 23 मार्च को जिला प्रशासन को कोर्ट के आदेशों की प्रति मिली। इस पर कार्रवाई करते हुए तहसीलदार टीका राम को मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया। शहर थाना प्रभारी रजनीश, नगर निगम के क्लर्क सुरेंद्र नगर निगम अमले के साथ मौके पर पहुंचे और दुकान को सील करने की कार्रवाई में जुट गए। इसी बीच परिवार की महिलाएं, बच्चे और बूढ़े सभी मौके पर पहुंच गए। हर किसी ने परिवार के बच्चों की दुहाई दी। पेट का सवाल बताया लेकिन जिला प्रशासन सी¨लग करने लगा। मीट शॉप को सील होता देख-बच्चे और महिलाएं फूट-फूट कर रोने लगी। इसी दौरान शाम करीब साढ़े छह बजे मीट शॉप संचालक के बेटे सौरभ ने मुट्ठी खोलकर सल्फास निगल लिया। समाचार लिखे जाने तक सौरभ का इलाज चल रहा था और विवाद नहीं सुलझने के चलते स्थिति बेहद तनाव पूर्ण बनी हुई थी।
महिलाएं और अन्य दौड़े गुरुद्वारे की ओर, करना पड़ा द्वार बंद
इसी दौरान महिलाएं ओर अन्य गुरुद्वारा शीश गंज की ओर दौड़ पड़े किसी भी अप्रिय घटना को टालने ओर सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए गुरुद्वारा परिसर का गेट बंद कर दिया गया। इसके बाद कुछ लोगों से गैस सिलेंडर लेकर गुरुद्वारा परिसर में आग लगाने का प्रयास भी किया। जिसे टाल दिया गया। विरोध में रात को पूरा सिख समुदाय एकजुट होकर धरने पर बैठ गया और मीट शॉप को हर हाल में आज ही सील करने की चेतावनी दे डाली। कहा कि यदि ऐसा नहीं होता तो शनिवार को प्रदेशभर के सिख समाज को एकत्रित किया जाएगा जोकि सड़कों पर उतरकर विरोध करेगा।
क्या है पूरा विवाद
दरअसल, मीट शॉप संचालकों का कहना है कि करीब पांच दशक पहले खुद उन्होंने ही गुरुद्वारे का गेट बनाने के लिए जगह दी थी। उनकी दुकान उस समय से यहां है जब गुरुद्वारे का कोई गेट इस तरफ नहीं था। ऐसे में उन्हें अब यहां से उठाने का कोई औचित्य नहीं है क्योंकि परिवार का पेट इसी शॉप से होने वाली कमाई से भरता है। दूसरी ओर सिख समुदाए सरकार के नियमानुसार धार्मिक स्थल के 100 मीटर दायरे में मीट शॉप नहीं चलने के सरकार के फैसले की दुहाई देकर धार्मिक भावनाएं आहत होने की बात कर मीट शाप को सील कराने की मांग पर अड़े हैं।