बेटी ने कर दिया पिता का सपना साकार, पिता बेचते हैं लंगोट
जागरण संवाददाता, अंबाला: भारत केसरी दंगल के महाकुंभ में दिल्ली की ओर से खेलते हुए उप्र क
जागरण संवाददाता, अंबाला: भारत केसरी दंगल के महाकुंभ में दिल्ली की ओर से खेलते हुए उप्र की रहने वाली दिव्या काकरान ने लड़कियों के सबसे भारी वर्ग में जीत दर्ज की। दिव्या के पिता सूरज काकरान लंगोट बेचते हैं उनकी पत्नी संयोगिता लंगोट सिलती हैं। गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली इस बेटी ने दंगल में खूब दम दिखाया। दैनिक जागरण से बातचीत में दिव्या के पिता ने बताया कि वह खुद पहलवान नहीं हैं लेकिन उनके बच्चे पहलवानी करते हैं। उसी को देखकर दिव्या ने पहलवानी करना सिखा।
दिव्या काकरान दिल्ली के गोगुलपुर में किराए के मकान पर रह रही है। यूपी बचपन से ही पहलवानी कर रही है। हालात ये हैं कि बचपन में ही दिव्या ने अखाड़े में लड़कों को हराना शुरू कर दिया था। दिव्या लड़कों से लड़ाई करने वाली लड़कियों के नाम से मशहूर हैं। दिव्या ने 2010 में लड़के को अखाड़े में हराया था इसी के बाद वह पहचान में आई। उसके बाद दिव्या ने कभी मुड़कर नहीं देखा।