खुद सफाई कर जाना डीसी-आयुक्त ने स्वच्छता का सच
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : स्वच्छता के सच को जानने और जनता को में स्वच्छता की अलख जगान
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : स्वच्छता के सच को जानने और जनता को में स्वच्छता की अलख जगाने के लिए खुद जिला उपायुक्त और नगर निगम कमिश्नर दूसरी बार झाडू, कोपचा, कस्सी और कुदाली लेकर सड़कों पर उतरे। सड़कें गंदगी से अंटी थी तो नालियां पालीथिन से भरी हुई थी। सुअर फुटपाथ पर सो रहे थे। 12 क्रास रोड पर सुबह साढ़े छह बजे अधिकारियों की गाड़ियां पहुंची तो कुछ ऐसा ही नजारा था। गाड़ियों से साधारण वेशभूषा में नजर आने वाले कुछ लोग उतरे। गाड़ियों से उतरते ही इन्होंने झाडू, कस्सी, कोपचा, कुदाली इत्यादि लेकर सड़कें, नालियां व खाली पड़े प्लॉट साफ करने शुरू कर दिए। इनके पीछे-पीछे पुलिस के जवान व होमगार्ड के जवान भी थे। लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर यह हैं कौन? पूछताछ के बाद पता चला कि झाडू लगाने वाले खुद डीसी प्रभजोत ¨सह व आयुक्त दिनेश यादव हैं।
जैसे ही डीसी और आयुक्त आगे-आगे बढ़ते गए समस्याओं का अंबार दिखाई देता रहा। हालात यह थे कि उपायुक्त और आयुक्त दोनों एक बार जरूर इस सोच में पढ़ गए कि शायद आज उन्होंने किसी गलत एरिया का चयन कर लिया है। क्योंकि हर गली से बदबू आ रही थी। हर नाली गंदगी से अंटी थी। नालियों का ओवर फ्लो पानी घरों तक पहुंच रहा था और लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर थे। बावजूद इसके जितना बेहतर हो सकता था डीसी, कमिश्नर और ज्वाइंट कमिश्नर की टीम ने मिलकर उतना काम किया। दो घंटे की सफाई के बाद गलियों के हालात ऐसे थे जैसे आज तक कभी नहीं हुए होंगे। हर गली साफ थी और नालियों में रूका पानी आगे चल रहा था।
दो शिकायतकर्ताओं ने पकड़ी झाडू, तीसरा अकड़ गया
सफाई अभियान के दौरान सुबह सात बजकर 37 मिनट पर एक ऐसा मौका आया जब एक युवक डीसी के पास सफाई और गंदगी की शिकायत लेकर पहुंचा। डीसी ने दोस्ताना अंदाज में उसे पहले झाडू लगाने के लिए प्रेरित करते हुए झाडू देनी चाही। इस पर शिकायतकर्ता अकड़ गया और झाडू पकड़ने से इंकार कर दिया। डीसी ने आपा नहीं खोया और खुद ही झाडू लगाने लगे। इससे पहले भी डीसी ने दो शिकायतकर्ताओं से पहले झाडू लगवाई और फिर उनकी बात सुनी।
डीसी सर कीड़े-चलते हैं कीड़े
सुबह आठ बजकर 15 मिनट पर दो महिलाएं डीसी और आयुक्त के पास पहुंची। दोनों ही अधिकारी काम के बात वापस लौटने की तैयारी में थे। दोनों महिलाएं हाथ जोड़कर बोली डीसी सर, एक बार हमारी भी कालोनी में चलो, कीड़े चलते हैं कीड़े। एक बार आप जरूर देख लें कुछ हल हा जाएगा। डीसी ने पूरी बात सुनी और सेनेटरी इंस्पेक्टर को भेजकर समस्या निपटाने की बात कही।
छोटी सी नाली से निकले 20 तसले पोलिथिन
12 क्रास रोड पर बनी कालोनियों की स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक आठ फुट लंबी और दो फुट चौड़ी नाली से डीसी और अन्य कर्मचारियों ने मिलकर 20 तसले पोलिथिन के निकाले। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां कैसे सफाई होती होगी।