Move to Jagran APP

सुलझ गया कैमरी गांव का चर्च विवाद

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : हिसार के कैमरी गांव का चर्च विवाद सोमवार को अंबाला शहर में हुई एक बैठक

By Edited By: Published: Tue, 31 Mar 2015 01:02 AM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2015 01:02 AM (IST)
सुलझ गया कैमरी गांव का चर्च विवाद

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : हिसार के कैमरी गांव का चर्च विवाद सोमवार को अंबाला शहर में हुई एक बैठक के दौरान सुलझ गया। पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह ने सोमवार को शहर के सेक्टर-9 स्थित चर्च मुख्यालय में दोनों पक्षों में लिखित समझौता करवा दिया। इसके बाद न तो किसी को गांव में बनी रहे चर्च पर कोई एतराज होगा और साथ ही इस संबंध में दर्ज एफआइआर को कानूनी सलाह के अनुसार रद करवा दिया जाएगा। दोनों पक्षों के लोगों ने एक दूसरे को गले लगाकर पुराना भाईचारा बनाए रखने की बात भी कही।

loksabha election banner

प्रो. संपत सिंह पिछले कई दिनों से दोनों पक्षों के संपर्क में थे। सोमवार को दोनों पक्षों को बातचीत के लिए बुलाया गया था। अंबाला पहुंचने पर कई घंटे तक दोनों पक्षों के बीच बातचीत चलती रही। इस दौरान गांव कैमरी के सरपंच सत नारायण, पूर्व सरपंच दलबीर, पूर्व सरपंच छोटू राम तथा पंच मंदीप गोदारा ने हिस्सा लिया जबकि चर्च की ओर से गांव कैमरी में चर्च बना रहे पादरी सुभाष मसीह, रोशन लाल तथा विलिवर्स चर्च ऑफ इंडिया के हरियाणा के प्रधान फादर लालू एस व फादर कूरियन के अलावा ईसाई प्रतिनिधि प्रदीप मसीह, पादरी फिलिप डेविड, पादरी संजीव चौधरी, सिकंदर पालुस ने हिस्सा लिया।

कैमरी गांव की चर्च का मुख्यालय अंबाला स्थित विलिवर्स चर्च ही है और इसके अधीन 39 चर्च हैं। इन सबका मुख्यालय केरल में है। दोनों पक्षों के बीच हुए फैसले के अनुसार गांव में रहने वालों को चर्च के पूरा होने में किसी तरह का कोई एतराज नहीं होगा। साथ ही दर्ज करवाई गई एफआइआर को कानूनी नियमों के अनुसार सलाह करके रद करवा दिया जाएगा।

सेक्टर-9 की कोठी नंबर 14 में चर्च के प्रदेश मुख्यालय में हुई बातचीत व समझौते की पुष्टि करते हुए प्रो. संपत सिंह ने बताया कि हिसार के कैमरी गांव में घटी यह दुखद घटना थी। पादरी चर्च बना रहे थे। जब वहां क्रॉस बनाया गया तो कुछ शरारतियों ने उसे हटा दिया था जिसके बाद यह मामला देश भर में चर्चित रहा। उन्होंने कहा कि कैमरी गांव पूरी तरह से सेकुलर गांव है। गलत फहमी की वजह से यह प्रकरण हो गया था जिसके बाद टूटे विश्वास को बहाल करने के प्रयास किए जा रहे थे। उन्होंने बताया कि स्वयं ग्रामीणों ने उनसे आग्रह किया था कि वह मामले का हल निकलवाएं जिसके बाद उन्होंने चर्च के अंबाला स्थित मुख्यालय में पादरी डॉ. जोनाथन से बात की थी। उन्होंने बताया कि आज उनके साथ गांव के मौजूदा सरपंच, दो पूर्व सरपंचों के अलावा विभिन्न जातियों के करीब डेढ़ दर्जन लोग भी अंबाला आए थे और दोनों पक्षों की सहमति से बात सिरे चढ़ी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.