धड़ल्ले से हो रहा घरेलू गैस का कामर्शियल इस्तेमाल
जागरण संवाददाता, अंबाला : एजेंसियों से घरेलू इस्तेमाल के लिए एलपीजी सिलेंडर हासिल करने के लिए भले ही उपभोक्ताओं में मारामारी कम नहीं है। जबकि सिक्के का दूसरा पहलू यह है कि इस गैस का धड़ल्ले से कामर्शियल इस्तेमाल हो रहा है। आलम यह है कि कुछ लोगों को तो एलपीजी का सिलेंडर घरेलू इस्तेमाल के लिए भी हासिल नहीं हो रहा है और कई लोग इसका इस्तेमाल व्यावसायिक लाभ के लिए कर रहे हैं।
यूं तो ठेलों, होटलों व ढाबों में इसका दिन भर इस्तेमाल होता है लेकिन शाम ढलते ही यह नजारा आम हो जाता है। शाम के वक्त छावनी व शहर में घरेलू इस्तेमाल की कुकिंग गैस के सिलेंडर सरेआम देखे जा सकते हैं। कार्यालयों के बंद होने के बाद दुकानदार खुलकर इस्तेमाल करते हैं। कई दुकानें व ठेले तो ऐसे हैं जहां रोजाना सैकड़ों लोग आते हैं। विशेष बात यह है कि इन्हें किसी प्रकार का कोई डर नहीं है।
महकमे पर मिलीभगत के आरोप
जिस प्रकार से घरेलू इस्तेमाल की गैस का धड़ल्ले से व्यावसायिक इस्तेमाल होता है। इससे कालाबाजारी को बढ़ावा मिल रहा है। इस मामले में स्थानीय लोगों का कहना है कि विभाग की मिलीभगत के बिना इस प्रकार से घरेलू गैस का धड़ल्ले से कामर्शियल इस्तेमाल संभव नहीं है।