नोटबंदी पर नये साल में कांग्रेस करेगी हल्ला बोल
गुजरात में दो दशक से सत्ता से बाहर कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव के लिये कमर कस रही है। नोटबंदी के फैसले को हथियार के रूप में इस्तेामाल करेगी।
अहमदाबाद। गुजरात में दो दशक से सत्ता से बाहर कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव के लिये कमर कस रही है। केन्द्र सरकार के नोटबंदी के फैसले को कांग्रेस किसान, मजदूर व व्यापारी विरोधी बताते हुए इसे अपने हथियार के रूप में इस्तेामाल करेगी।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व गुजरात के प्रभारी गुरुदास कामत तथा राज्यसभा सांसद नरेंद्र बुढानिया ने शुक्रवार को कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी में नेताओं से फीडबैक लिया। नोटबंदी के मुददे पर शुरूआत में असमंजस की स्थिति से उबरकर कांग्रेस नऐ साल में हमलावर बनने के मूड में है।
सांसद बूडानिया ने बताया कि 2 जनवरी को गुजरात के सभी जिलों में प्रदेश व जिला के नेता पत्रकार वार्ता कर विरोध जतायेंगे तथा 5 जनवरी को जिला कलेकटर कार्यालयों के घेराव का ऐलान करेंगे। कांग्रेस ने नई दिलली में 13 को पार्टी का सम्मेलन बुलाया है जिसमें देशके सभी जिला व तहसील से नेता शामिल होंगे।
गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होंगे जिससे आलाकमान की नजर पर प्रदेश पर टिकी है। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी, नेता विपक्ष शंकरसिंह वाघेला, पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया, विधायक व पूर्व मंत्री शक्तिसिंह गोहिल अपने अपने क्षेत्रों में पार्टी नेता व कार्यकर्ताओं से संपर्क कर 5 जनवरी के धरना प्रदर्शन को शक्ति प्रदर्शन के रूप में दिखाने की तैयारी कर रहे हैं।