बेटी बचाओ के समर्थन में माउंट एल्ब्रस पर चढ़ेंगे दो गुजराती बच्चे
सारिका और जिग्नेश मेहता की नौ साल की बेटी धनश्री और 13 वर्षीय बेटा जनम 10 जून से अपनी यात्रा शुरू करेंगे।
सूरत, आइएएनएस। दो गुजराती बच्चों ने यूरोप के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एल्ब्रस का शिखर छूने की ठानी है। रूस के कौकस में स्थित पर्वत पर अपने माता-पिता के साथ बच्चे 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के समर्थन में चढ़ने जा रहे हैं।
सारिका और जिग्नेश मेहता की नौ साल की बेटी धनश्री और 13 वर्षीय बेटा जनम 10 जून से अपनी यात्रा शुरू करेंगे। दोनों बच्चों की साहसिक काम रुचि है और वे समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं।
शुक्रवार को धनश्री ने कहा, 'हमने पूर्व में भी कई सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा लिया है। आगे भी हम यह जारी रखना चाहते हैं। मेरी मां एक मनोवैज्ञानिक हैं। वही मेरी प्रेरणा हैं। मैं उन्हें दरांग द्रंग ग्लेशियर, आइलैंड पीक, कोंगमा ला पास, बेस कैंप एवरेस्ट, काला पत्थर, चादर फ्रोजन रीवर ट्रैक और माउंट किलिमंजारो पर चढ़ते देख बड़ी हुई हूं। मैं उनके जैसा बनना चाहती हूं।'