एक लाख की सोलर साइकिल, एक घंटे में तय करती है 35 किमी की दूरी
सौर ऊर्जा के बारे में लोगों में जागृति लाने के लिए मुम्बई आईआईटी के 4 स्टूडेंट्स बुधवार को खुद की बनाई सोलर साइकिल से सूरत पहुंचे। टीम 5 राज्यों से गुजरते हुए 70 दिनों में 7 हजार किमी की यात्रा करेगी।
सूरत। सौर ऊर्जा के बारे में लोगों में जागृति लाने के लिए मुम्बई आईआईटी के 4 स्टूडेंट्स बुधवार को खुद की बनाई सोलर साइकिल से सूरत पहुंचे। ये स्टूडेंट्स के नाम हैं- सुशील रेड्डी, राजेंद्र भास्कर, हिमांशु सिंह और कुणाल टेलर। ये टीम 5 राज्यों से गुजरते हुए 70 दिनों में 7 हजार किमी की यात्रा करेगी।
सोलर एनर्जी अवेरनेस के लिए निकली यह टीम गुजरात के बाद राजस्थान, पंजाब से होते हुए दिल्ली पहुंचेंगी। बातचीत में सुशील रेड्डी ने बताया कि जब हम इस साइकिल से 7 हजार किमी की यात्रा कर सकते हैं तो लोग आराम से घर से ऑफिस तक साइकिल का उपयोग क्यों नहीं कर सकते।
एक लाख की सोलर साइकिल
आईआईटी के इन चार स्टूडेंट को सोलर साइकिल बनाने में एक महीने का समय लगा। इसे बनाने में एक लाख रुपए का खर्च आया। साइकिल में 240 वॉट का सोलर पैनल लगाया गया है, जो 480 वॉट की बैटरी और 250 वॉट की मोटर को आराम से ऑपरेट कर सकती है।
एक घंटे में 35 किमी की दूरी तय होती है
यह साइकिल एक घंटे में 35 किमी की दूरी तय करती है। बैटरी फुल चार्ज करने में एक घंटे का समय लगता है। बैटरी चार्ज करने के बाद 35 किलोमीटर की यात्रा की जा सकती है। इस साइकिल की विशेषता यह है कि कम धूप में भी आराम से चार्ज हो जाती है।