खुला सुरंग का रहस्य
सूरत शहर के वडाचोटा इलाके में स्थित एक बंद मकान से मिली सुरंग के रहस्य से पर्दा उठ गया है। पुरातत्व विभाग से मिली जानकारी के अनुसार यह सुरंग मकान से डेढ़ किमी दूर स्थित चौक किले तक जाती है और जिस मकान से सुरंग का सिरा मिला था
सूरत (गुजरात)। सूरत शहर के वडाचोटा इलाके में स्थित एक बंद मकान से मिली सुरंग के रहस्य से पर्दा उठ गया है। पुरातत्व विभाग से मिली जानकारी के अनुसार यह सुरंग मकान से डेढ़ किमी दूर स्थित चौक किले तक जाती है और जिस मकान से सुरंग का सिरा मिला था, वहां एक समय पहले नगरशेठ रहा करता था।
गौरतलब है कि लगभग एक महीने पहले इस सुरंग का पता चला था। जिस मकान से यह सुरंग मिली है, वह कई वर्षो से खंडहर पड़ा था। एक जैन व्यापारी का इस पर मालिकाना हक था। हाल ही में यह मकान सूरत के ही एक व्यापारी ने खरीदा था। नया मकान बनाने के लिए जब इसे ढहाया जा रहा था, तभी इस सुरंग का पता चला। इसकी जानकारी पुरातत्व विभाग को दी गई। विभाग द्वारा सुरंग की जांच पिछले एक महीनों से जारी थी। सुरंग का रहस्य तब सुलझ गया, जब इसका दूसरा सिरा मकान से लगभग डेढ़ किमी दूर स्थित चौक किले में निकला।
पुरातत्व विभाग की मानें तो इस मकान में सदियों पहले नगरशेठ रहा करते थे। इस सुरंग का उपयोग दुश्मनों से बचने व खजाना छुपाने के लिए किया जाता था। मकान में स्थित सुरंग का सिरा बहुत संकरा है, लेकिन इसके अंदर कमरे व हॉल भी बनाए गए थे। बीच में कहीं-कहीं दरवाजों की भी व्यवस्था थी। मकान से किले तक जाने वाली यह सुरंग अंदर से इतनी चौड़ी व व्यवस्थित थी कि इसमें हजारों व्यक्ति समा सकते थे।