चढ़ावा चंदे से बनेंगे 300 शौचालय
ये विशेष भागवत कथा है, जो धार्मिक लाभ से अधिक सामाजिक लाभ के लिए की गई। दरअसल, इस भागवत कथा सप्ताह में आए चढ़ावे की राशि और चंदे से आयोजकों के गांव में शौचालय आकार लेंगे।
By Gunateet OjhaEdited By: Published: Tue, 05 May 2015 12:52 AM (IST)Updated: Tue, 05 May 2015 12:57 AM (IST)
सूरत। ये विशेष भागवत कथा है, जो धार्मिक लाभ से अधिक सामाजिक लाभ के लिए की गई। दरअसल, इस भागवत कथा सप्ताह में आए चढ़ावे की राशि और चंदे से आयोजकों के गांव में शौचालय आकार लेंगे।
गांव गंदगी से मुक्त होगा गांव की छवि भी सुधरेगी। तीन प्रवेश रास्तों के मुहानों पर अभी हालत ऐसी है कि वहां से गुजरने वालों को मुंह ढंकने मजबूर होना पड़ता है।
कथा सप्ताह ने रविवार को जब विराम लिया तब तक 50 शौचालय बनाने जितना फंड आ चुका था। इससे 17 हजार की जनसंख्या वाले सूरत के कामरेज गांव में 300 शौचालय बनाने का लक्ष्य है।
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