अवैध झींगा पालन के खिलाफ अभियान
सूरत। दो हफ्ते पहले हनसोत गांव में हुई सांप्रदायिक झड़प और करीब 200 भाजपा कार्यकर्ताओं के इस्तीफे के
सूरत। दो हफ्ते पहले हनसोत गांव में हुई सांप्रदायिक झड़प और करीब 200 भाजपा कार्यकर्ताओं के इस्तीफे के बाद जिला प्रशासन ने मंगलवार को क्षेत्र में अवैध झींगा मछली पालन वाले जलाशयों के खिलाफ अभियान शुरू किया।
अधिकारियों ने बताया कि ये कृत्रिम जलाशय हनसोत से करीब 20 किलोमीटर दूर आलिया बेट इलाके में स्थित हैं। स्थानीय भाजपा नेताओं का दावा है कि वे असामाजिक तत्वों का गढ़ बन गए हैं। भरूच के रेजीडेंट डिप्टी कलेक्टर बीजी प्रजापति ने कहा कि ये जलाशय सरकारी भूमि पर 8,000 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में फैले हैं। उन्होंने कहा, मंगलवार को हमने तीन टीमें आलिया बेट भेजी और अब तक कम से कम 12 जलाशयों को धव्स्त किया है। हमारा लक्ष्य 1200 जलाशयों को ध्वस्त करना है और वे सभी अवैध रूप से बनाए गए हैं।
भाजपा के अंकलेश्वर तालुका के अध्यक्ष एन पटेल ने कहा कि अवैध झींगा पालन हमारे जिले में अक्सर होने वाली झड़पों की जड़ है क्योंकि असामाजिक तत्वों को इस कारोबार से खासे पैसे मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनके अनुमान के अनुसार इन जलाशयों से उन लोगों को हर साल करोड़ों रुपए मिल रहे हैं। इस्तीफा देने वालों में पटेल भी शामिल थे लेकिन पार्टी ने इस्तीफे स्वीकार नहीं किए हैं।