हार्दिक को किनारे कर समाधान की प्रक्रिया शुरु
पाटीदार आंदोलन से निपटने के लिए भाजपा ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ पाटीदार नेताओं को आगे कर दिया है।
अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को किनारे कर गुजरात सरकार ने भाजपा के पाटीदार नेताओं को आंदोलन पर समाधान कराने की रणनीति बनाई है। पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति व सरदार पटेल ग्रुप के 20 सदस्य सरकार से वार्ता कर समाधान के फार्मूला तैयार करेंगे। उधर ब्राह्मïण समाज ने भी समारोह कर राजनीतिकहिस्सेदारी बढाने की मांग रखी है।
पाटीदार आंदोलन से निपटने के लिए भाजपा ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ पाटीदार नेताओं को आगे कर दिया है। पाटीदारों की सामाजिक व धार्मिक संस्था उमिया धाम ट्रस्ट के पदाधिकारी जयराम पटेल, वासुदेव पटेल, केतन पटेल, विधायक बाबूजमना पटेल, विधायक नलिन कोटडिया तथा पाटीदार समिति व सरदार पटेल ग्रुप में भाजपा के करीबी आंदोलनकारियों की एक बैठक जिसमें सरकार से वार्ता कर पाटीदार आंदोलन का सुखद अंत लाने पर सहमति बनी। बैठक में हार्दिक पटेल को नहीं बुलाया गया जिससे अब साफ लग रहा है कि पाटीदार आंदोलन में भी दो फाड हो गए हैं, इससे पहले आंदोलन से जुडे विधायक नलिन कोटडिया राज्यसभा चुनाव में भाजपा के साथ चले गए थे। राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को वोट देने वाले कोटडिया अब भाजपा के पाले में हैं जिससे पाटीदार नेता हार्दिकपटेल भी खासे नाराज हैं।
हार्दिक ने कहा है कि उमिया धाम की बैठक में उन्हें नहीं बुलाया गया इसलिए वे इससे दूर थे, समाज के हित में कोई फैसला होता है तो वह साथ है लेकिन समाज के हितों से समझौता मंजूर नहीं होगा। हार्दिक गांव गांव घूमकर पाटीदार आरक्षण व किसानों के साथ अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं। भाजपा की रणनीति है कि हार्दिक को उनके ही साथियों से मात दी जाए। उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने भी कहा है कि सरकार पाटीदार आंदोलन का समाधान चाहती है, इसीलिए समाज के ही 20 सदस्यों की टीम से वार्ता को तैयार है, पाटीदार अब आरक्षण के बजाए मेधावी विद्वयार्थियों के लिए स्कॉलरिशप, पाटीदार आयोग व अन्य सुविधाओं पर विचार कर रहे हैं।
ब्राह्मïणों का 20 सीटों पर दावा
श्री समस्त गुजरात ब्रह्मï समाज ने भी ब्राह्मïण आरक्षण की मांग के साथ राजनीतिक हिस्सेदारी तय करने की मांग रखी है। समाज के कार्यकारीअध्यक्ष चैतन्य शंभू महाराज व महामंत्री यज्ञेश दवे ने राजनीतिक दलों से 20 सीटों की मांग रखी है। ब्रम्ह गौरव अवार्ड समारोह में समाज के 650 महिला पुरुषों को सम्मानित कर ब्राह्मïण समाज ने राज्य में ब्रम्ह विकास आयोग के गठन, गरीब व असहाय बच्चों को निशुलक शिक्षा, बुजुर्गों को स्वास्थ्य सेवा, पेंशन की सुविधा तथा पुजारियों को वेतन की मांग रखी है। ब्रह्मï विकास आयोग आंदोलन समिति के संयोजक यज्ञेश दवे व सहसंयोगजक हेमांग रावल ने राज्य में 62 लाख ब्राह्मïण् होने का दावा करते हुए विधानसभा चुनाव में 20 सीटों की मांग रखी है। गौरतलब है कि चैतन्य शंभू महाराज गुजरात गौसेवा आयोग के चैयरमेन भी हैं।
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