420 की नंबर प्लेट से छुटकारे की तैयारी
गुजरात में सड़कों पर अब 420 लिखी नंबर प्लेट के वाहन देखने को नहीं मिलेंगे।
अहमदाबाद, नेशनल डेस्क। गुजरात में सड़कों पर अब 420 लिखी नंबर प्लेट के वाहन देखने को नहीं मिलेंगे। अहमदाबाद कासंभागीय परिवहन कार्यालय(आरटीओ) वाहन स्वामियों को असहज होने और हंसी का पात्र बनने से बचाने के लिए इस नंबर को प्रतिबंधित करने की सोच रहा है। वाहनों के पंजीकरण में नंबर विशेष (420) को बंद करने वाला यह देश का पहला आरटीओ होगा। दरअसल, तमाम वाहन स्वामियों ने विभाग से शिकायत की है कि 420 नंबर की प्लेट होने की वजह से उन्हें तमाम बार असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है। लोग बेईमान, धोखेबाज और फ्राडिया संबोधित करके उनका मजाक उड़ाते हैं। अत: इस नंबर को प्रतिबंधित कर दिया जाए।
सूत्रों ने बताया, शहर में तकरीबन साढ़े तीन सौ दोपहिया और चौपहिया वाहनों का नंबर 420 है। तमाम वाहन स्वामी इस नंबर को लेकर कार्यालय में जानकारी करने पहुंचते हैं। जिनके पास पहले से यह नंबर है वे इसे बदलवाना चाहते हैं। नए गाड़ी मालिक इस नंबर को लेना नहीं चाहते। तमाम लोग अधिकारियों और कर्मचारियों को अपनी पीड़ा सुनाते हैं कि गाड़ी में लिखे इस नंबर के कारण लोग उनका मजाक बनाते हैं। उन्हें तमाम विशेषणों से नवाजते हैं।
दरअसल, संपत्ति की बेईमानी और धोखाधड़ी करने का अपराध भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की धारा 420 के तहत आता है। अत: लोग इस नंबर के साथ खुद को जोडऩा पसंद नहीं करते।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इस नंबर को लेकर हमें तमाम शिकायतें मिलती हैं। एक बुजुर्ग ने बताया कि 0420 नंबर होने के कारण उन्होंने काफी दिनों तक अपनी कार को बाहर ही नहीं निकाला। उनका कहना है कि भारत में लोग इस नंबर को लेकर असहज महसूस करते हैं। अत: इसे बंद कर देना चाहिए। होटलों में तो अब इस नंबर का कमरा ही नहीं होता। ऐसे में आरटीओ को भी वाहनों के पंजीकरण में इस नंबर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इन्हीं सब शिकायतों के मद्देनजर संभागीय परिवहन कार्यालय इस नंबर को प्रतिबंधित करने की तैयारी कर रहा है।