गुजरात में राकांपा और जदयू का गठबंधन टूटा
गुजरात में राकांपा और जदयू का गठबंधन टूट गया है।
शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद। विधानसभा चुनावों के लिए गुजरात में हुआ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) का गठबंधन राज्यसभा चुनाव के बाद अब टूट गया है। जदयू की गुजरात इकाई ने वरिष्ठ नेता शरद यादव को अपना नेता मानते हुए उन्हें माह के अंत में प्रदेश दौरे के लिए आमंत्रित भी किया है।
संभावना है कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ेगी। गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए राकांपा और जदयू ने करीब दो माह पहले अहमदाबाद में गठबंधन का ऐलान किया था। कांग्रेस ने इस गठबंधन को लेकर कोई रुचि नहीं दिखाई, जबकि राकांपा व जदयू चाहते थे कि कांग्रेस इसमें शामिल हो। शंकर सिंह वाघेला के कांग्रेस छोड़ने के कारणों में यह भी एक था।
वाघेला इस गठबंधन के पक्ष में थे जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी आदि नेता इसको लेकर अधिक उत्साहित नहीं थे।विधानसभा में जदयू का एक विधायक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष छोटूभाई वसावा खुद हैं जबकि राकांपा के दो विधायक हैं। राज्यसभा चुनाव में जदयू ने कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल का साथ दिया जबकि राकांपा ने भाजपा उम्मीदवार बलवंत सिंह राजपूत के पक्ष में मतदान किया था। राकांपा का आरोप है कि गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने गठबंधन होने के बावजूद आखिरी समय में नौ सीटों पर भी अपने उम्मीदवार घोषित कर उनके साथ दगाबाजी की थी।
राज्यसभा चुनाव में राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पटेल कांग्रेस के साथ दिखे, लेकिन आखिर में भाजपा को वोट देकर पार्टी ने विधानसभा चुनाव का हिसाब चुकता कर लिया। अब, चूंकि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के साथ चले गए हैं, तो जदयू की गुजरात इकाई ने शरद यादव को अपना नेता घोषित कर दिया। इसी क्रम में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष गोविंद जादव ने राकांपा से भी गठबंधन टूटने की घोषणा कर दी। जदयू ने पिछले विधानसभा चुनाव में 46 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे।
बता दें कि गत विधानसभा चुनाव से पहले जदयू के राष्ट्रीय महासचिव और गुजरात प्रभारी चंद्रराज सिंघवी ने जब पार्टी को गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रहने की नसीहत दी थी तो नीतीश कुमार ने उन्हें तत्काल पार्टी से बाहर कर दिया था, अब नीतीश खुद भाजपा के साथ चले गए हैं।