भाजपा व कांग्रेस दोनों ही दल चुनाव को तैयार
भाजपा सरकार बजट सत्र के बाद कभी भी विधानसभा का विसर्जन कर सकती है।
अहमदाबाद। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी तथा भाजपा जहां प्रदेश में मध्यावधि चुनाव से इनकार कर रहे हैं वहीं चुनाव आयोग व प्रशासन की चुनावी तैयारियों को देखकर संभावनाएं जताई जा रही हैं कि भाजपा सरकार बजट सत्र के बाद कभी भी विधानसभा का विसर्जन कर सकती है।
गुजरात में समय से पहले विधानसभा चुनाव की अटकलों के बीच शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी सरकारी व निजी कॉलेज, शिक्षा संस्थाओं व विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रार को परिपत्र जारी कर चुनाव के लिए अधिकारी व कर्मचारी की व्येवस्था करने व चुनाव के दौरान उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा है। नेता विपक्ष शंकरसिंह वाघेला व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी की ओर से राज्य में समय से पहले चुनाव की संभावनाएं जताई जा चुकी है लेकिन मुख्यमंत्री रुपाणी व भाजपा लगातार ऐसी अटकलों को खारिज करते आ रहे हैं।
उच्च शिक्षा विभाग के उपनिदेशक की ओर से 21 मार्च को जारी एक परिपत्र में कहा गया है कि राज्य चुनाव आयोग ने आगामी विधानसभा चुनाव 2017 के लिए विश्वविद्यालय, सरकारी व गैरसरकारी कॉलेज, शिक्षा संस्थाओं से उनके यहां कार्यरत अधिकारी व कर्मचारियों की व्यवस्था करने व उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा है। इस सरकारी परिपत्र के साथ ही एक बार फिर राज्य में मध्यावधि चुनाव की अटकलों को बाजार गर्मा गया है। जानकारों का मानना है कि सरकार बजट सत्र पूरा होते ही विधानसभा के विसर्जन का ऐलान कर सकती है। चुनावी तैयारियों के चलते ये माना जा रहा है कि सब कुछ ऐसा ही चलता रहा तो शायद जून 2017 में ही विधानसभा चुनाव करा लिए जाऐंगे जबकि रूपाणी सरकार का कार्यकाल दिसंबर 2017 तक का है।