Move to Jagran APP

खूबसूरती को चार चांद लगाएं जूइॅल्ड मेहंदी

करवाचौथ का श्रृंगार बिना मेहंदी के अधूरा है। हाथों से उठती मेहंदी की महक दांपत्य की मिठास को और सुगंधित कर देती है। एक समय था जब घर पर मेहंदी की पत्तियों को पीस कर माचिस की तीली या किसी पतली डंडी से हाथों पर सजाया जाता था। समय के साथ-साथ मेहंदी के डिजाइनों में क्रिएटिविट

By Edited By: Published: Sat, 11 Oct 2014 12:07 PM (IST)Updated: Sat, 11 Oct 2014 12:53 PM (IST)
खूबसूरती को चार चांद लगाएं जूइॅल्ड मेहंदी
खूबसूरती को चार चांद लगाएं जूइॅल्ड मेहंदी

करवाचौथ का श्रृंगार बिना मेहंदी के अधूरा है। हाथों से उठती मेहंदी की महक दांपत्य की मिठास को और सुगंधित कर देती है। एक समय था जब घर पर मेहंदी की पत्तियों को पीस कर माचिस की तीली या किसी पतली डंडी से हाथों पर सजाया जाता था। समय के साथ-साथ मेहंदी के डिजाइनों में क्रिएटिविटी बढ़ती गई और आज आधुनिकता का ऐसा रंग इस पर चढ़ा है कि हाथों व पैरों के अलावा इसके डिजाइन आभूषणों के स्थान पर इस्तेमाल किये जाने लगे हैं।
एक्सप‌र्ट्स के अनुसार इस बार करवाचौथ के मौके पर मेहंदी के डिजाइनों में जूइॅल्ड मेहंदी की खूब धूम है। इसे महिलाएं और किशोरियां हाथों व पैरों के अलावा टैटू की ही तरह पीठ, कंधे, गले और बाजू के ऊपरी भाग पर बनवाती हैं। इसे बनाने के लिए अरेबिक मेहंदी का इस्तेमाल ज्यादा किया जा रहा है। इसी में ग्लिटर, जूइॅल्ड स्टोन्स व स्टड्स भी चिपकाए जाते हैं, ताकि मेहंदी की शोभा में चार चांद लग सकें। इन इनोवेटिव डिजाइंस को जूइॅल्रि की तरह ही बनाया जाता है, ताकि इसके बाद बाजूबंद, बड़े हार, हथफूल आदि आभूषणों की जरूरत ही महसूस न हो।
तो सोच क्या रही हैं.. मौका भी है और दस्तूर भी है.. क्यों न इस बार कुछ अलग व क्रिएटिव करके अपनी सखियों में खास दिखें और अपने उनको भी चौंका दें।
वंदना वालिया बाली,(ब्यूटी एक्सपर्ट रितु कोलेंटाइन से बातचीत पर आधारित)


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.