गर्मी में डियो का इस्तेमाल करने से पहले जान ले ये बातें
गर्मी में शरीर के पसीने से निकलने वाले बदबू से छुटकारा दिलाने वाले डियोड्रेंट के इस्तेमाल में भी काफी सतर्कता बरतने की जरुरत होती है।
गर्मी में शरीर से पसीना आना एक आम समस्या है। इस मौसम में हम सभी इस समस्या से परेशान होते हैं। लेकिन इससे भी ज्यादा इससे निकलने वाले बदबू से हम परेशान रहते हैं। लेकिन इससे एक फायदा यह भी है कि ये तपती गर्मी में भी हमारे शरीर को ठंडक पहुंचाता है और शरीर के तापमान को संतुलित रखता है। ऐसे में हमारे पास बस एक ही चारा होता है। डियोड्रेंट का इस्तेमाल करना। लेकिन क्या आपको पता है डियोड्रेंट के इस्तेमाल में भी काफी सतर्कता बरतने की जरुरत होती है।
कुछ लोगों को ज्यादा पसीने आने की समस्या होती है ऐसे लोगों में एक सिंड्रोम पाया जाता है जिसे हाइपरहाइड्रोसिस कहते हैं इसी के कारण शरीर से बदबू आती है। इससे छुटकारा पाने के लिए वे न जाने क्या क्या करते हैं- दिन में कई बार नहाते हैं, तरह तरह के डियोड्रेंट का इस्तेमाल करते हैं। कुछ लोग अंडरआर्म्स से अत्यधिक पसीने निकलने पर बोटॉक्स का सहारा लेते हैं। ये ट्रिक्स पसीना आने वाली नब्ज को अस्थाई रुप से ब्लॉक कर देता है जिससे कुछ महीनों के लए पसीना की समस्या से छुटकारा मिल जाता है। पसीने की बदबू से छुटकारा पाने के सिए डियोड्रेंट लगाते समय इन बातों का रखें ध्यान-
हानिकारक केमिकल से रहें दूर
कुछ डियोड्रेंट में काफी मात्रा में अल्कोहल पाया जाता है, तो वहीं कुछ डियोड्रेंट में एल्युमीनियम क्लोराइड जैसे केमिकल्स पाए जाते हैं जो स्किन इरिटेशन जैसी समस्या पैदा करते हैं। इसलिए ऐसे डियो से दूर रहें।
पैराबींस
पैराबींस एक ऐसा केमिकल है जिससे स्तन कैंसर होने का खतरा होता है। ये एक प्रकार का कृत्रिम प्रिजर्वेटिव होता है जो काफी कॉस्मेटिक्स में पाया जाता है। इसी प्रकार डियोड्रेंट में पाया जाने वाला पैराबींस प्रॉपलीन है जो कृत्रिम कलर होता है। ये स्किन और बॉडी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए केमिकलफ्री डियोड्रेंट चुनें।
तेज खुशबू से करें परहेज
तेज खुशबू हर किसी को पसंद नहीं आती है। लेकिन अधिकतर डियोड्रेंट में अल्कोहल के साथ खुशबू वाले ऑइल का इस्तेमाल किया जाता है। ये स्किन एलर्जी की वजह भी बन सकती है। इससे बेहतर ये होगा कि आप हल्के खुशबू वाले डियोड्रेंट का इस्तेमाल करें। साथ ही ये भी ध्यान रखें कि त्वचा पर छिड़कने के बजाए आप इसे कपड़ों पर लगायें।
डिओडरेंट या एंटी-पर्सपिरेंट
डियोड्रेंट और एंटी-पर्सपिरेंट में फर्क होता है। जिन्हें अत्यधिक पसीने और इनसे आने वाली बदबू से समस्या हो, वे एंटी-पर्सपिरेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इनमें एंटीबैक्टीरियल तत्व पाया जाता है जो त्वचा पर बदबू पैदा करने वाले बैक्टीरिया पनपने से रोकता है। लेकिन जिन्हें अत्यधिक मात्रा में पसीना नहीं आता है लेकिन बावजूद इसके वे पसीने की बदबू से परेशान हैं तो उन्हें डियोड्रेंट अपनाना चाहिए।
स्टिक और स्प्रे
हर किसी की अपनी पसंद और जरुरत होती है और वे इसी के अनुसार अपनी पसंद का चुनाव करते हैं। कुछ लोग स्टिक डियोड्रेंट लेना पसंद करते हैं वहीं कुछ लोग स्प्रे का इस्तेमाल करना सही मानते हैं। स्टिक से कई बार कपड़ों में धब्बे लग जाते हैं लेकिन स्प्रे के साथ ये समस्या नहीं होती है। इसलिए अगर आप महंगी ड्रेस या डार्क कलर की ड्रेस पहन रहे हों तो स्टिक की जगह स्प्रे का इस्तेमाल करें।