बॉलीवुड में 'एस' शब्द को मिला दर्जा
मुंबई। कुछ साल पहले तक बॉलीवुड में सेक्स को मुद्दा बनाकर फिल्में बनाने के बारे में सोचना तो दूर इस शब्द का इस्तेमाल करना भी एक गुनाह के तौर पर देखा जाता था। लेकिन आज की कई फिल्में इस खांचे से बाहर निकलती दिखाई दे रही है। बॉलीवुड की सोच में बहुत बड़ा बदलाव आया है।
मुंबई। कुछ साल पहले तक बॉलीवुड में सेक्स को मुद्दा बनाकर फिल्में बनाने के बारे में सोचना तो दूर इस शब्द का इस्तेमाल करना भी एक गुनाह के तौर पर देखा जाता था। लेकिन आज की कई फिल्में इस खांचे से बाहर निकलती दिखाई दे रही है। बॉलीवुड की सोच में बहुत बड़ा बदलाव आया है। आज फिल्म निर्माता 'सेक्स' और 'लिव इन रिलेशन' को पर्दे पर दिखाने से कतराते नहीं हैं।
सुजीत सिरकार की फिल्म विक्की डोनर ने पहली बार 'स्पर्म' शब्द का इस्तेमाल किया। जब सुजीत सरकार ने इस फिल्म की कहानी के बारे में लोगों से बात की तो उन्हें खड़ी खोटी सुननी पड़ी। उनका दिमाग खराब हो गया है ये कहकर लोगों ने उनकी स्टोरी नकार दी। लेकिन आज वहीं मुद्दा हमारी रोजमर्रा के जीवन में शामिल है। 'बीए पास' जैसी फिल्म में जिस तरह से खुले आम वेश्या के रिश्तों को दिखाया गया है वह काबिले तारीफ है। पहले हिंदी फिल्मों में 'एस' शब्द से जुड़ी भावनाओं को दिखाने में एक झिझक सी होती थी, लेकिन इन फिल्मों ने कई रास्ते खोल दिए हैं।
हाल ही में यश राज बैनर तले बनी फिल्म 'शुद्ध देसी रोमांस' में जिस तरह से लिव इन रिलेशन की कहानी दिखाई गई है इससे यश राज बैनर की एक अलग ही छवि तैयार हो गई है। किसी ने सोचा भी नहीं था कि यश राज बैनर तले बनी फिल्मों में इस तरह से खुले आम इन रिश्तों को दिखाया जाएगा। लेकिन ऐसी फिल्मों ने एक मिशाल कायम की है।
फिल्म 'ग्रैंड मस्ती' ने बॉक्स ऑफिस के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। ये फिल्म अब तक की सबसे हिट एडल्ट कामेडी है। ऐसी फिल्मों ने निर्माताओं की हिचकिचाहट खत्म कर दी है।
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