रैंप पर फैशन ने पकड़ी रीसाइक्लिंग की राह
महंगे परिधानों के निर्माण के दौरान अकसर काफी बचा हुआ मटीरियल बर्बाद हो जाता है। शुक्रवार को इंडिया फैशन वीक के मंच पर इसे रोकने के लिए कई डिजाइनर प्रयासरत नज़र आए। वीक के तीसरे दिन रैंप पर फैशन के कई रीसाइकल्ड अंदाज देखने को मिले। इन्होंने न सिर्फ शो
नई दिल्ली। महंगे परिधानों के निर्माण के दौरान अकसर काफी बचा हुआ मटीरियल बर्बाद हो जाता है। शुक्रवार को इंडिया फैशन वीक के मंच पर इसे रोकने के लिए कई डिजाइनर प्रयासरत नज़र आए। वीक के तीसरे दिन रैंप पर फैशन के कई रीसाइकल्ड अंदाज देखने को मिले। इन्होंने न सिर्फ शो को खासियत बख्शी बल्कि फैशनपरस्तों की तालियां भी बटोरीं।
दिन का आगाज हुआ डिजाइनर पारोमिता बनर्जी के शो के साथ जो उनके पिछले सीजन में प्रदर्शित कलेक्शन 'बोडो' का दूसरा भाग था। कलेक्शन में मॉडल्स ने इक्कत पलाजो पैंट, क्विल्टेड रिवर्सिबल जैकेट जैसे परिधान पहन कर रैंपवॉक किया। पारोमिता ने बताया, 'हम एक नए प्रोजेक्ट के तहत बचे हुए फैब्रिक्स और अन्य मटीरियल्स को विभिन्न रचनात्मक तरीकों से परिधानों और एक्सेसरीज बनाने में इस्तेमाल कर रहे हैं। इस प्रयोग को लोग पसंद भी बहुत कर रहे हैं।' इसी तरह डिजाइनर अनुपमा दयाल के शो में बचे हुए फैब्रिक्स से बनी खूबसूरत स्टेटमेंट रिंग्स नजर आईं। 'जमाली कमाली' नामक इस कलेक्शन पर आधारित शो में मॉडल्स ने रैंप पर सूफी तरानों की धुन पर वॉक किया। अनुपमा ने बताया, 'सूफी संत जमाली और उनके शिष्य कमाली से प्रेरित इस कलेक्शन को बनाने के लिए मैं अपने ही शहर दिल्ली में टूरिस्ट की तरह घूमी। काफी रिसर्च के बाद यह कलेक्शन तैयार हुआ। शो में मैंने सैंडस्टोन के विभिन्न शेड्स वाले परिधान पेश किए।'
डिजाइनर तन्वी केडिया ने अपने शो में प्राचीन साहित्य के किरदारों की ड्रेसिंग से प्रेरित परिधान बनाए। उन्होंने बताया, 'अकसर पुराने कैलेेंडर्स और ग्रंथों को खोलने पर हमें खास तरह के प्रिंट्स नजर आते हैं जो नॉस्टैल्जिया में ले जाते हैं। लोग इन्हें भूल चुके हैं। मैंने अपने कलेक्शन के जरिये इन्हें जीवित करने की कोशिश की है।'
डिजाइनर रीना सिंह ने अपने दोस्तों की कहानियों को ही कलेक्शन के रूप में ढाल दिया। इस बारे में उन्होंने बताया, 'मेरे कुछ दोस्त गांव में रहते हैं, कुछ टेक्सटाइल कंपनी में काम करते हैं तो कुछ विदेश में रहते हैं। सबकी अपनी कहानियां हैं। मैं उन्हें मिस तो करती हूं पर उनसे मिलना बहुत कम हो पाता है। अपने कलेक्शन के जरिये मैंने उन दोस्तों की यादों को जिंदा रखने की कोशिश की है।'
डिजाइनर हिमांशु और मिया मोरिकावा ने विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत अपने दोस्तों को अपने कलेक्शन के परिधान पहना कर रैंप पर उतारा। उनका कहना था, 'अपने दोस्तों और सहयोगियों के बीच रहकर हम मोटिवेटेड महसूस करते हैं। यही वजह है कि हमने इन्हें फैशन शो का हिस्सा बनाया।'
डिजाइनर नम्रता जोशीपुरा ने ग्रीस में रात की रानी कही जाने वाली 'निक्स' से प्रेरित कलेक्शन लॉन्च किया। लेजर शो की मदद से इस कलेक्शन में तकनीकी तड़का लगाया गया। वहीं डिजाइनर संचिता ने विशेष तकनीक की मदद से लेपर्ड प्रिंट्स को इक्कत फ्लावर्स का रूप दिया। शो में मॉडल्स ने फेदर कैप्स पहन कर वॉक किया।
ज्योति द्विवेदी