Exclusive : मंटो की 'बदनाम' कहानियों में क्या ढूंढ रहे हैं नवाजुद्दीन सिद्दीकी
बताया जा रहा है कि नंदिता की इस फिल्म का नाम 'मंटो ' होगा जबकि इसी नाम से पाकिस्तान के फ़िल्मकार सरमद सुल्तान खूसत ने एक फिल्म बनाई है।
संजय मिश्रा,मुंबई। नवाजुद्दीन सिद्दीकी का नाम जब से नंदिता दास की मंटो पर बन रही फिल्म को लेकर फाइनल हुआ है तब से वो किताबों की दुनिया में खो गए हैं और कुछ बातें पढ़ कर उनके 'रोंगटे' खड़े हो जाते हैं।
गौरतलब है कि उर्दू के जाने माने लेखक सआदत हसन मंटो ने कई बेहतरीन कहानियां लिखी है जो आज के जमाने में भी काफी मायने रखती है। ' मंटो की बदनाम कहानियां ' उनकी कृतियों में सबसे ज्यादा चर्चा में रही हैं और अब इसी महान लेखक पर नंदिता दास फिल्म बनाने जा रही है जिसमे नवाजुद्दीन सिद्दीकी मंटो बनेंगे। नवाज़ बताते हैं "मंटो दुनिया के सबसे महान लेखक रहे हैं और ऐसे ब्रिलियंट लेखक की बायोपिक करने का मिला मौक़ा मुझे सबसे ज्यादा ख़ुशी देता है। मंटो जैसे हिस्टोरिकल और महान व्यक्ति को परदे पर ज़िंदा करने या उतारने में बहुत डिफक्लटीज भी होती हैं। बहुत ज्यादा सोचना, समझना और खोजना पड़ता है।" नवाज ने बताया कि मंटो का किरदार, उनकी पूरी कहानी, कलाकार का चुनाव और फिल्म से जुडी सभी चीजों की सोच के पीछे फिल्म की निर्देशिक नंदिता दास ही हैं।
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दशरथ मांझी का बायोपिक कर चुके नवाज़ुद्दीन के मुताबिक "वैसे तो मैं पिछले बीस-बाईस साल से मंटो की कहानियां पढ़ रहा हूं। मुझे मंटो के बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं था लेकिन बाद में उनकी लघु कहानियां भी पढ़ी और उन पर नाटक भी किये।" नवाज़ बताते हैं कि मंटो न सिर्फ इंस्पायरिंग है बल्कि उनकी कहानियां रोंगटे खड़े कर देने वाली होती है। मंटो की कहानियां इतनी कांट्रेम्परेरी और रिलेवेंस वाली है कि आज भी पढ़ो तो लगता है जैसे अभी अभी लिखा गया है।
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बताया जा रहा है कि नंदिता की इस फिल्म का नाम 'मंटो ' होगा जबकि इसी नाम से पाकिस्तान के फ़िल्मकार सरमद सुल्तान खूसत ने एक फिल्म बनाई है जिसे पिछले साल कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिखाया गया था।